दूसरे राज्यों से आए धान की करीब 100 गाड़ियों को किसानों ने रोका

चीका में लगातार दूसरे दिन भी किसानों का बाहरी राज्यों से खासकर उत्तर प्रदेश

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 11:32 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 11:32 PM (IST)
दूसरे राज्यों से आए धान की करीब 100 गाड़ियों को किसानों ने रोका
दूसरे राज्यों से आए धान की करीब 100 गाड़ियों को किसानों ने रोका

गुहला-चीका : चीका में लगातार दूसरे दिन भी किसानों का बाहरी राज्यों से खासकर उत्तर प्रदेश से आई धान की गाड़ियों को रोकने का अभियान लगातार जारी रहा। गौरतलब है कि किसानों द्वारा गत दिवस जहां आधा दर्जन गाड़ियों को किसानों द्वारा रोक कर पिहोवा रोड स्थित गुरुद्वारा छटी व नौंवी पातशाही स्थित कार सेवा परिसर में रोके रखा गया वहीं रात भर चले इस अभियान में किसानों ने शनिवार को करीब 100 गाड़ियों को रोका। किसानों की मांग पर मुख्य प्रशासक विनय सिंह यादव द्वारा डीएमइयू कैथल अभिनव वालिया को आदेश जारी किए गए, जिसके बाद वे चीका पहुंचे। उन्होंने किसानों से मौके पर बात की। किसानों ने कहा कि बारीक धान की खरीद प्राइवेट तौर पर है वे इस बात को मानते हैं ओर स्वीकार भी करते हैं, लेकिन पीआर किस्म का धान बहुत ही सस्ते दामों में चीका क्षेत्र के राइस मिलों में पहुंच रहा है, इससे किसानों में रोष है। किसानों ने कहा कि जिन मिलर्स द्वारा सरकारी धान की खरीद की गई है वे मिलर्स यदि बाहरी राज्यों से पीआर किस्म की धान मंगवा रहे हैं, तो इससे स्वत: सिद्ध हो जाता है कि फर्जी तौर पर लिखवाई गई धान की पूर्ति के लिए ऐसा किया जाना स्वाभाविक है।

बाक्स- कम भाव पर खरीदा जा रहा धान भाकियू एकता उगराहां के जिला प्रधान प्रताप सिंह, जिला उप-प्रधान चरणजीत कौर, बलबीर सिंह, करनैल सिंह ने कहा कि अक्सर मंडी में किसानों के गेट पास कटे होने की बातें सामने आती थी जिसके चलते किसानों को सूचनाएं मिलती थी कि बाहरी राज्यों का धान चीका मंडी में लगातार आ रहा है। पिछले वर्षों में भी इसी तरह से चीका में सस्ते भावों में धान आती थी। किसानों ने कहा कि मंडी में सरकारी समर्थन मूल्य पर फर्जी धान लिखवाते हुए कुछ आढ़तियों व मिल मालिकों द्वारा चूना लगाया गया है। हरदीप बदसूई ने कहा कि इस वजह से उनके हकों पर पानी फिर रहा है, स्थानीय किसानों का धान जहां सस्ते भावों में बिक रहा है, वहीं बाहर से आ रहे धान की वजह से उनकी धान को कम भाव पर खरीदा जा रहा है। किसानों ने दूसरे राज्यों से आई धान से भरी गाड़ियों के बिल व बिल्टी मौके पर अधिकारी को दिखाए, लेकिन बाद में मार्केट कमेटी कार्यालय में किसानों ने पूरी जानकारी अपने पास नोट करने उपरांत उन्हें अधिकारी को सौंपा गया।

वर्जन डीएमइओ अभिवन वालिया ने बताया कि लगभग चार गाड़ियों ऐसी हैं जिनकी पुलिस द्वारा जांच होगी। ये गाड़ियां कहां उतरनी है। 15 गाड़ियों के करीब गाड़ियां ऐसी हैं जिनकी मार्केट फीस नही भरी हुई। उनसे फीस भरवाई जाएगी। इसके अतिरिक्त बारीक धान की जो गाड़ियां पहुंची हुई हैं, उनके संबंध में पूरी जांच होने में 14 दिनों का समय लग सकता है, क्योंकि दूसरे राज्यों से इसकी जानकारी मंगवाई जाना आवश्यक है। -------

chat bot
आपका साथी