मंडी में धान के कम दाम मिलने से खफा किसानों ने किया प्रदर्शन

नई अनाज मंडी में धान के कम भाव मिलने से खफा किसानों ने बृहस्पतिवार को मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचकर रोष जताया। किसानों ने कहा कि धान साफ व सुखा होने के बावजूद आज कम भाव मिल रहे हैं, जबकि दो दिन पहले अच्छे भाव किसानों को मंडी में मिल रहे थे। किसानों की इस समस्या को लेकर मार्केट कमेटी अधिकारियों ने व्यापारियों की बैठक बुलाकर बातचीत की। इसके बाद दोबारा से बोली करवाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 12:13 AM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 12:13 AM (IST)
मंडी में धान के कम दाम मिलने से  खफा किसानों ने किया प्रदर्शन
मंडी में धान के कम दाम मिलने से खफा किसानों ने किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, कैथल :

नई अनाज मंडी में धान के कम भाव मिलने से खफा किसानों ने बृहस्पतिवार को मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचकर रोष जताया। किसानों ने कहा कि धान साफ व सुखा होने के बावजूद आज कम भाव मिल रहे हैं, जबकि दो दिन पहले अच्छे भाव किसानों को मंडी में मिल रहे थे।

किसानों की इस समस्या को लेकर मार्केट कमेटी अधिकारियों ने व्यापारियों की बैठक बुलाकर बातचीत की। इसके बाद दोबारा से बोली करवाई गई।

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2100 रुपये तक रेट लगाया तो किसानों ने कहा नहीं बेचेंगे धान

नई अनाज मंडी में सुबह किसानों की धान की बोली शुरू हुई। बोली के समय राइस मिल वालों ने 1509 के दाम लगभग 2100 रुपये लगाये तो किसानों ने तुरंत कम मूल्य पर धान नहीं बेचने का निर्णय लिया और एकत्र होकर मार्केट कमेटी कार्यालय में गये और प्रदर्शन किया। उनके प्रदर्शन को देखकर मार्केट कमेटी के डीएमओ राधे श्याम शर्मा व सचिव नरेंद्र कुंडू किसानों के पास आया और उनकी समस्या जानी। किसानों ने बताया कि कल तक उनकी 1509 किस्म की धान लगभग 2700 रुपये प्रति ¨क्वटल बिकी थी, लेकिन आज बोली के समय इसके दाम केवल 2000 से 2100 रुपये प्रति ¨क्वटल रख दिए। बोली भी काफी कम मूल्य से शुरू करते है और केवल एक-एक रुपये की बोली देते है। यह उनके साथ मजाक है। किसानों ने बताया कि उनकी धान को तोलते समय राइस मिल वाले सरकार 37.5 किलो की भरती करवाते है, जिससे उनको मजदूरी के पैसे ज्यादा देने पड़ते है। धान की प्राइवेट खरीद की भरती केवल 50 किलो की होनी चाहिए। इस पर दोनों अधिकारियों ने किसानों को उनके सामने ही व्यापारियों का बैठक ले, समस्या हल करने का आश्वासन दिया।

भारतीय किसान यूनियन के जिला कोषाध्यक्ष सतपाल दिलोवाली, सुरेंद्र टीक, प्रदीप ग्योंग, जरनैल छौत, नरेंद्र छोत, सुरेंद्र छौत, गुरनाम गढ़ी, रवि ग्योंग, सत¨वद्र सीवन, अजय गोहरा खेड़ी, शेर ¨सह नागल ने कहा कि किसानों की धान को कम भाव में खरीदकर लूटा जा रहा है, लेकिन वे ऐसा नहीं होने देंगे।

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व्यापारियों ने कहा सबसे ज्यादा

भाव इस मंडी में मिल रहे हैं

किसानों की मांग पर दोनों अधिकारियों ने मंडी के आढ़तियों व राइस मिल मालिकों को बुलाकर जानकारी ली। इसमें मंडी प्रधान कृष्ण मित्तल, राइस मिल प्रधान मांगे राम खुरानियां, पवन बंसल, कृष्ण चंदाना, तरसेम गोयल, दर्शन लाल, अर्जन शर्मा सहित अन्य व्यापारी मौजूद थे। अधिकारियों ने कम मूल्य के बारे कहा तो राइस मिल प्रधान मांगे राम ने बताया कि पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा भाव इस मंडी में किसानों को मिल रहे हैं। पिछले दो दिनों से यह अच्छी किस्म की धान अधिक मूल्य लगभग 2500 रुपये था और अब इसके चावलों के दामों में भारी गिरावट है, दूसरी मंडियों में भी जानकारी ली जा सकती है। किसानों की मांग पर दोबारा से बोली करवाई गई।

वर्जन

मार्केट कमेटी के सचिव नरेंद्र कुंडू ने बताया कि किसानों को धान बेचने में परेशानी नहीं आने दी जाएगी। मंडी में धान की भराई को जांचा जाएगा। मंडी के अंदर जो भी 37.5 किलो की गलत भरती करवा रहा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उनकी किसानों से अपील है कि धान को सुखाकर ही मंडी में लाएं।

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