लागत के हिसाब से किसानों को नहीं मिलते फसल के भाव

कसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने तीन कृषि कानूनों के विरोध रिलायंस पेट्रोल पंप जींद रोड पर धरना दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 06:21 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 06:21 AM (IST)
लागत के हिसाब से किसानों को  नहीं मिलते फसल के भाव
लागत के हिसाब से किसानों को नहीं मिलते फसल के भाव

जासं, कैथल : किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने तीन कृषि कानूनों के विरोध रिलायंस पेट्रोल पंप जींद रोड पर धरना दिया। अध्यक्षता सुनीता देवी तितरम ने की। किसान सभा के जिला प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा की सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। किसान दिन, रात मेहनत कर सभी वर्गों का पेट भरता है, लेकिन किसान की कोई सुनवाई नहीं होती है। मंडियों में सरकार की तरफ से औने- पौने दामों पर फसल खरीद ली जाती है। लागत के हिसाब से किसान को फसल के भाव नहीं मिलते है। किसानों ने कहा कि जब तक सरकार तीनों कानूनों को वापस नहीं लेती है, तब तक धरने व प्रदर्शन जारी रहेंगे। सरकार को एमएसपी की गारंटी देनी चाहिए, ताकि किसानों को उनकी फसल के अच्छे भाव मिले। अपने परिवार का गुजारा अच्छे प्रकार से कर सकें। इस मौके पर अजमेर सिंह, बलजीत सिंह चंदाना, केहर सिंह, रामनिवास, रणधीर, रामकिशन मौजूद थे।

चुनाव के खत्म होने के तुरंत बाद महंगाई बढ़ना शुरू : राणा

संवाद सहयोगी, सीवन : कांग्रेस कमेटी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बृजपाल राणा ने कहा कि चुनाव के खत्म होने के तुरंत बाद केंद्र सरकार ने महंगाई बढ़ानी शुरू कर दी है। जैसे ही पांच राज्यों में चुनाव खत्म हुआ है एक बार फिर से पेट्रोल व डीजल के दामों में बढ़ोतरी शुरू हुई है। पांच दिनों से लगातार तेल के दामों में वृद्धि हो रही है। आम आदमी फिर से महंगाई की मार में पिस रहा है। लॉकडाउन के कारण लोगों के पास काम नहीं है दूसरी और महंगाई बेतहाशा बढ़ रही है। ऐसे में आम आदमी की जेब काटी जा रही है। राणा ने कहा कि जिस प्रकार से तेल के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है उससे तो महंगाई और अधिक बढ़ेगी। लॉकडाउन के कारण फल व अन्य करियाना का सामान भी आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि इस लॉकडाउन में उन लोगों को आर्थिक सहायता दे, जिन लोगों के काम प्रभावित हुए हैं।

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