दिल्ली बॉर्डरों पर धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में जाम लगाकर किया प्रदर्शन

दिल्ली के बॉर्डरों पर धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में शुक्रवार को छात्रों व संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों ने जींद रोड पर छोटू राम चौक व तितरम मोड पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। जिले की चारों दिशाओं में किसानों ने कृषि बिलों के विरोध में आवाज बुलंद की। मुद्दा एक ही रहा जब तक तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसानों के जाम की वजह से पुलिस भी मुस्तैदी से तैनात रही। एसडीएम डा.संजय कुमार व डीएसपी दलीप मौके पर पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 Jan 2021 06:44 AM (IST) Updated:Sat, 30 Jan 2021 06:44 AM (IST)
दिल्ली बॉर्डरों पर धरने पर बैठे किसानों के  समर्थन में जाम लगाकर किया प्रदर्शन
दिल्ली बॉर्डरों पर धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में जाम लगाकर किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, कैथल: दिल्ली के बॉर्डरों पर धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में शुक्रवार को छात्रों व संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों ने जींद रोड पर छोटू राम चौक व तितरम मोड पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। जिले की चारों दिशाओं में किसानों ने कृषि बिलों के विरोध में आवाज बुलंद की। मुद्दा एक ही रहा, जब तक तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसानों के जाम की वजह से पुलिस भी मुस्तैदी से तैनात रही। एसडीएम डा.संजय कुमार व डीएसपी दलीप मौके पर पहुंचे।

सुबह साढ़े दस बजे छात्रों ने छोटू राम चौक पर पहुंच गए, उसके बाद दो घंटे तक जाम लगाया गया। वहीं, तितरम मोड पर महिलाओं, किसानों व बच्चों ने जाम लगाकर सरकार का पुतला फूंका। महिला किसानों ने कहा कि सरकार किसानों को दो फाड़ करना चाहती है। सरकार धरनों को उठाने का प्रयास कर रही है। उनका कहना है कि किसान संगठन से जुड़े किसान दिल्ली पहुंचकर ज्यादा से ज्यादा संख्या में धरने का समर्थन करेंगे।

90 के करीब ट्रैक्टर दिल्ली के लिए हुए रवाना-

संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ता और काफी किसान विभिन्न गांव से 90 के करीब ट्रैक्टर लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुए। वहीं अनेक गांव से गाड़ी लेकर लोग रात को ही निकल गए थे। किसानों का कहना है कि जब तक कृषि कानून सरकार द्वारा वापस नहीं लिए जाते तब तक आंदोलन जारी रहेगा। राशन भी किसानों के ट्रैक्टरों में दिखाई दे रहा है।

यहां हुई पंचायतें-

किसान आंदोलन को लेकर गांव प्यौदा, पाई, किठाना, हरसौला सहित कई गांवों में पंचायत हुई। इनमें फैसला लिया कि पांच ट्रैक्टर हर गांव से भेजे जाएंगे। गांव की लोगों की तरफ से एक एकड़ के हिसाब से 100 रुपये चंदा एकत्र किया जाएगा। रोजाना गांव से दूध व आटा को धरना स्थल तक पहुंचाया जाएगा। हर रोज गांव के पांच लोग धरने स्थल पर मौजूद रहेंगे। वहीं गांव के आसपास चल रहे धरनों पर महिला किसानों की भागीदारी होगी। महिला किसान आसपास के धरने पर पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करेगी। वहीं किसानों से आह्वान किया कि दिल्ली कूच करें। सुबह शाम धरने स्थल पर बैठे रहे।

टोल प्लाजा पर डटे रहे किसान-

हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर स्थित गांव थाना के टोल प्लाजा पर किसानों का धरना जारी रहा। शुक्रवार को यहां किसानों की संख्या वीरवार की बजाय ज्यादा रही। किसानों का कहना है कि सरकार उन्हें जबरन धरने से उठाने का प्रयास कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसान टोल व दिल्ली पहुंचकर आंदोलन को ओर तेज करेंगे। वीरवार को टोल से किसानों को पुलिस ने उठाने का प्रयास किया था, उसके बाद से ही किसानों की संख्या बढ़ गई। तितरम मोड़ पर किसानों ने ट्रैक्टर सड़क पर खड़े कर जाम लगा दिया।

रास्ते किए पुलिस ने डायवर्ट-

तितरम मोड पर जाम के बाद पुलिस ने रास्तों को डायवर्ट कर दिया है। प्यौदा के रास्ते से जींद रोड पर वाहनों को निकाला गया। हिसार जाने वाले साधनों को भी तितरम गांव से निकाला गया। पुलिस बल भी तितरम मोड़ पर मुस्तैदी से तैनात रहा।

chat bot
आपका साथी