सामाजिक जागरूकता व कड़े कानून के चलते नशे के सौदागरों पर कसा जा सकता है शिकंजा : बंसल
ाष्ट्रीय जन शक्ति मंच हरियाणा की बैठक भवानी मंदिर चीका में संपन्न हुई। अध्यक्षता मंच के वरिष्ठ सदस्य लाजपत राय सिगला ने की। मुख्य वक्ता के रूप में मंच के राष्ट्रीय संस्थापक डा. सुरेंद्र बंसल थे।
संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : राष्ट्रीय जन शक्ति मंच हरियाणा की बैठक भवानी मंदिर चीका में संपन्न हुई। अध्यक्षता मंच के वरिष्ठ सदस्य लाजपत राय सिगला ने की। मुख्य वक्ता के रूप में मंच के राष्ट्रीय संस्थापक डा. सुरेंद्र बंसल थे। बंसल ने कहा कि माना किसी भी अपराध को रोकने में कानून का अपना महत्व है, लेकिन देखने में आया है कि कड़े कानून के साथ-साथ यदि समाज में सामाजिक जागरूकता का प्रचार व प्रसार किया जाए तो नशे के सौदागरों पर न केवल जल्द काबू पाया जा सकता है। अलबत्ता उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने में भी अहम भूमिका निभाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस आमतौर पर नशे के धंधे में लिप्त किसी व्यक्ति को गिरफ्तार करती है तो जमानत पर छूटने के बाद अमूमन वह फिर इसी धंधे में लग जाता है, क्योंकि कानून का तो एक दायरा है और वह दायरे में रहकर ही काम कर सकता है। उन्होंने कहा कि मंच के कार्यों से प्रभावित होकर विशेष तौर पर युवा वर्ग के लोगों का रुझान उनके मंच की तरफ हो रहा है, जो कि न केवल भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत है। इस अवसर पर स्वर्ण सिंह बड़वाल, गुलजार सिंह पोहला, सुखचैन सिंह थिद, जयप्रकाश बलबेहड़ा, अमनदीप, डा.पवन हरिगढ़, दर्शन बलबेहड़ा, चांद राम, चंद्र चौहान, संजीव जिदल मौजूद थे। क्या है हरकोका नामक नया कानून
मंच के संस्थापक डा. बंसल ने कहा कि हरियाणा सरकार जिस हरकोका कानून को लागू करने जा रही है। यह कानून मकोका की तर्ज पर बनाया गया है। इससे पुलिस के हाथ में कई ऐसी शक्तियां आ जाएंगी। इसके चलते वह इस धंधे में लगे लोगों को आसानी से काबू करके नशे का धंधा समाप्त करने में अपनी अहम भूमिका निभा सकेगी। उन्होंने बताया कि इस प्रकार का कानून महाराष्ट्र व दिल्ली में लागू है और वहां पुलिस को भारी सफलता भी मिल रही है।