पंचायत ने लॉकडाउन के दौरान दुकानें खोलने का लिया निर्णय

गांव पाई की बड़ी चौपाल में बुधवार को ग्रामीणों की एक बैठक हुई। इसमें लॉकडाउन के दौरान पाई में सभी प्रकार की दुकानें खोलने का निर्णय लिया। बैठक के बाद किसान यूनियन के बैनर तले सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और बंद हुई सभी दुकानें खुलवाई गई। बाद में सूचना पाक पूंडरी थाना प्रभारी निर्मल सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 06:17 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 06:17 AM (IST)
पंचायत ने लॉकडाउन के दौरान  दुकानें खोलने का लिया निर्णय
पंचायत ने लॉकडाउन के दौरान दुकानें खोलने का लिया निर्णय

संवाद सहयोगी, पाई : गांव पाई की बड़ी चौपाल में बुधवार को ग्रामीणों की एक बैठक हुई। इसमें लॉकडाउन के दौरान पाई में सभी प्रकार की दुकानें खोलने का निर्णय लिया। बैठक के बाद किसान यूनियन के बैनर तले सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और बंद हुई सभी दुकानें खुलवाई गई। बाद में सूचना पाक पूंडरी थाना प्रभारी निर्मल सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। जिसमें गांव के लोगों, दुकानदारों और किसानों ने हिस्सा लिया। अध्यक्षता किसान यूनियन के कार्यकारी प्रधान बलवान, किसान वीरेंद्र, करतारा राम व सत्यवान ने की। पंचायत में कहा गया कि अधिक तौर पर करियाना का सामान व सब्जियां बिकती है। इन दुकानों पर अब भी भीड़ रहती है, दूसरी दुकानों पर सामन कम बिकता है और ग्राहक कम होने के चलते इन पर भीड़ भी कम होती है। सरकार ने भीड़ के कारण लॉकडाउन के कारण कम भीड़ वाली दुकानें बंद करवा रखी है, जो गलत है। सभी को समान दृष्टि से रोजी रोटी कमाने का हक है। काफी विचार विमर्श के बाद पंचायत में यह फैसला लिया गया कि पाई में हर रोज सभी प्रकार की दुकानें खुलेगी। दुकानें खुलवाते समय एक पुलिस कर्मचारी संदीप ने वीडियो बनाई तो उससे मोबाइल लेकर फोटो और विडियो डिलिट किया गया। जिस पर उन्होंने तुरंत पूंडरी पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पाकर थाना प्रभारी निर्मल सिंह गांव में पहुंचे और किसान नेताओं समझाया। उन्होंने बताया कि जरूरी सामन की दुकानें छोड़कर बाकी सभी दुकानें सरकार के आदेशानुसार बंद रहेगी और यदि नहीं माने तो मामला दर्ज किया जाएगा।

पूंडरी पुलिस थाना प्रभारी निर्मल सिंह ने बताया कि वह पाई में गए थे और सरपंच धर्मवीर, पूर्व सरपंच तथा किसान नेताओं के साथ उनकी बातचीत हुई और किसान नेता दूसरी दुकानें न खुलवाने पर सहमत हो गए है।

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