डेंगू को लेकर लापरवाही न पड़ जाए भारी, लारवा मिलने पर 1100 को नोटिस जारी

जिले में अब तक डेंगू के सात केस सामने आए हैं। इनमें से छह होम आइसोलेट हैं और एक मरीज शहर के निजी अस्पताल में दाखिल है। अब तक 1100 के करीब घर प्रतिष्ठान सरकारी विभागों के कार्यालय में डेंगू का लारवा मिलने पर नोटिस जारी किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 07:40 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 07:40 AM (IST)
डेंगू को लेकर लापरवाही न पड़ जाए भारी, लारवा मिलने पर 1100 को नोटिस जारी
डेंगू को लेकर लापरवाही न पड़ जाए भारी, लारवा मिलने पर 1100 को नोटिस जारी

जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में अब तक डेंगू के सात केस सामने आए हैं। इनमें से छह होम आइसोलेट हैं और एक मरीज शहर के निजी अस्पताल में दाखिल है। अब तक 1100 के करीब घर, प्रतिष्ठान, सरकारी विभागों के कार्यालय में डेंगू का लारवा मिलने पर नोटिस जारी किया गया है। डेंगू को लेकर सिविल अस्पताल में 12 बेड का आइसीयू बनाया गया है। वहीं संदिग्ध केस सामने आने पर सैंपल लिए जा रहे हैं। डेंगू से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए 85 टीमें गठित की गई हैं, जो रोजाना शहर व गांव में सर्वे कर रही हैं। जहां डेंगू का लारवा मिलता है, वहां दवाई का छिड़काव कर नष्ट किया जा रहा है। पिछले साल जिले में 114 केस डेंगू के सामने आए थे और इस बार मच्छरों की तादाद में बढ़ोतरी होने के चलते खतरा भी ज्यादा है। शहर के डोगरा गेट, सीवन गेट, प्रताप गेट सहित हरसौला व बीरबांगड़ा में अब तक डेंगू के केस मिले हैं। जहां-जहां केस सामने आए हैं, वहां स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, आशा वर्कर व सक्षम युवाओं ने सर्वे किया। बीमार लोगों के खून के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।

कोरोना महामारी के साथ-साथ डेंगू से बचाव को लेकर भी विभाग पूरी तरह से सतर्क है। अब तक सात केस डेंगू के सामने आए हैं। जहां केस मिले हैं, वहां का सर्वे विभाग की टीम कर चुकी है। सिविल अस्पताल में डेंगू के इलाज को लेकर सभी सुविधाएं हैं। सैंपल भी लिए जा रहे हैं। लोगों से अपील है कि डेंगू को लेकर लापरवाही न बरतें। लक्षण नजर आने पर सिविल अस्पताल पहुंचकर इलाज करवाएं।

डा. जयंत आहूजा, सिविल सर्जन।

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