'पानीपत' फिल्म के निर्माता के खिलाफ केस दर्ज करवाएंगे महाराजा सूरजमल के वंशज

बॉलीवुड फिल्‍म पानीपत पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हरियाणा में इसके विरोध के बाद अब महाराजा सूरजमल के वंशज फिल्‍म के निर्माता के खिलाफ केस दर्ज कराएंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 11:51 AM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 09:07 AM (IST)
'पानीपत' फिल्म के निर्माता के खिलाफ केस दर्ज करवाएंगे महाराजा सूरजमल के वंशज
'पानीपत' फिल्म के निर्माता के खिलाफ केस दर्ज करवाएंगे महाराजा सूरजमल के वंशज

कैथल, जेएनएन। बॉलीवुड फिल्‍म 'पानीपत' (Bollywood film Panipat) पर हरियाणाा में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिल्‍म में महाराजा सूरजमल के चरित्र को लेकर जाट समाज के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। हालात यह हो गए कि कई जगहों पर सिनेमा हॉलों में फिल्‍म का प्रदर्शन रोकना पड़ा है। इसी बीच खुद को महाराजा सूरजमल का वंशज बताने वाले कुछ लोगों ने फिल्‍म के निर्माता के खिलाफ केस दर्ज कराने का ऐलान किया है। कैथल के गांव शेरगढ़ में रह रहे इन लोगों ने कहा है कि वे Bollywood film Panipat के निर्माताओं पर ऐतिहासिक चरित्र के साथ छेड़छाड़ के आरोप में केस करेंगे।

गांव शेरगढ़ के पूर्व सरपंच एवं जाट कॉलेज कार्यकारिणी के सदस्य सत्यवान शेरगढ़, सूरजभान, ओमप्रकाश, जगदीश, बलिंद्र सिंह, देवा नंबरदार ने बताया कि उन्होंने एक धार्मिक अनुष्ठान करवाया था। इसके लिए सभी परिवार एकत्रित हुए और पिंडदान करवाने के लिए पिहोवा में गए थे। वहां उन्हें परिवार के पुरोहित काका शर्मा से मिले। उन्होंने पुराहित से परिवार के बारे में जानकारी मांगी। इसके बाद पुरोहित ने पुरानी पौथियां संभाली और बताया कि वे महाराजा सूरजमल के वंशज हैं और उनके वंशज गुमानी मल राजस्थान के भरतपुर रियासत से कैथल में आए थे। महाराज सूरजमल भी पिहोवा तीर्थ पर आए थे।

पहले भी सुनते थे, लेकिन अब जाकर हुई पुष्टि

गांव के नंबरदार देवा सिंह व सत्यवान ने बताया कि पहले भी वे सुनते थे कि वे महाराजा के वंशज हैं। लेकिन पुराहित ने अब पुष्टि की है। उनके गांव की जमीन की फर्द निकलवाने में प्रारंभ में गुमानी मल का नाम आता है। उन्होंने ही गांव का खेड़ा शुरू किया था।

मल से बने मैहला

महाराजा सूरजमल अपने नाम के साथ मल जोड़ते थे, उनकी कई पीढिय़ां भी इसी प्रकार से नाम के आगे मल लगाती थीं। बाद में यह मल से बदलकर धीरे-धीरे मैहला बन गया। सत्यवान शेरगढ़ ने बताया कि पूरे प्रदेश में मैहला गोत्र केवल शेरगढ़ में है। कुछेक घर सौंगल व कुछेक रेवाड़ चीका में हैं।

इस तरह चला महाराजा सूरजमल का वंश

पुरोहित द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भरतपुर के महाराजा सूरजमल के बेटे हुए थे जवाहरमल और उनके बेटे हुए चंद्रमुषी। इसके बाद चंद्रमुषी के बेटे का नाम चंदमल था। चंदमल के बेटे उजागर मल हुए और उनके पुत्र हुए जमाली मल। जमाली मल के बेटे गुमानी व गोधू थे। इनमें से गुमानी मल उस समय कैथल में भाई उदय सिंह की रियासत में आ गए। यहां की महारानी ने उन्हें गांव शेरगढ़ का चक (जमीन का उस समय मापक) दे दिया तो गुमानी मल ने गांव शेरगढ़ बसा लिया।

विशेष बात यह है कि इस गांव में जाट समाज का एक ही गौत्र मैहला है। पुरोहित द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यहां रहने के बाद गुमानी मल के सात बेटे हरभज मल, सादा राम, दोतिया, मोहर सिंह, सुषराम, रुपराम व नंदू हुए। इनमें से हरभज के बेटे आसु राम थे। आसुमल के चार बेटे रण सिंह, धन सिंह, दीवान सिंह व रामकिशन हुए। रण सिंह के बेटे सत्यवान हैं। गांव में इस समय मैहला गोत्र के करीब 200 परिवार हैं, जो गुमानी मल के छह बेटों की पीढिय़ां हैं। वहीं उनके सातवें बेटे नंदू की कोई औलाद नहीं थी।

पानीपत फिल्म में चरित्र के साथ छेड़छाड़ से रोष

सत्यवान शेरगढ़ ने कहा कि फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के चरित्र के साथ जो छेड़छाड़ की गई है। यह निदंनीय है। हम अपने महाराजा के चरित्र को लेकर यह लापरवाही कतई सहन नहीं करेंगे। उनके परिवारों ने फैसला लिया है कि वे अब इस फिल्म निर्माता के खिलाफ न्यायालय में केस दायर करेंगे। साथ ही अब वे भरतपुर में महाराजा सूरजमल की रियासत में भी जाएंगे और वहां रह रहे उनके वंशजों से मिलेंगे।

पहलवान बजरंग ने भी उठाए पानीपत पर सवाल

सोनीपत :  Bollywood film Panipat में महाराजा सूरजमल के चित्रण को लेकर शुरू हुआ विवाद में अब अंतरराष्‍ट्रीय पहलवान बजरंग पूनिया भी सामने आए हैं। राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित पहलवान बजरंग पूनिया ट्वीट कर फिल्म में महाराजा सूरजमल के गलत चित्रण पर नाराजगी जताई है। उन्‍होंने सरकार से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि इतिहास के तथ्यों से विपरीत जाकर फिल्मों में महापुरुषों की छवि को गलत तरीके से प्रस्तुत करना बेहद अनुचित है।

बता दें कि पहलवान बजरंग पूनिया पिछले महीने रिलीज हुई फिल्म कमांडो-3 पर भी अपनी नाराजगी जता चुके हैं। उन्होंने फिल्म में पहलवानों की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया था। उन्होंने ट्वीट किया था कि फिल्म कमांडो-3 के ट्रेलर में पहलवानों की गलत छवि दिखाए जाने के लिए डायरेक्टर आदित्य दत्त की कड़ी निंदा की। उन्‍होंने कहा, निर्देशक ने अखाड़े को गुंडों का अड्डा और पहलवानों को अपराधियों की तरह पेश किया है। अखाड़ा एक पवित्र स्थान है और पहलवान बजरंगबली के भक्त होते हैं।

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