पार्षद बोले, पांच सालों से वार्डों में नहीं लगी एक भी नई लाइट

जागरण संवाददाता कैथल शहर में खराब स्ट्रीट लाइटों की समस्या लगातार बढ़ रही है। सोमव

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 05:16 AM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 05:16 AM (IST)
पार्षद बोले, पांच सालों से वार्डों में नहीं लगी एक भी नई लाइट
पार्षद बोले, पांच सालों से वार्डों में नहीं लगी एक भी नई लाइट

जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में खराब स्ट्रीट लाइटों की समस्या लगातार बढ़ रही है। सोमवार को शहर के पार्षद एकत्रित होकर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बलबीर सिंह से मिले। नप चेयरपर्सन प्रतिनिधि सुरेश कश्यप भी मौजूद रहे।

पार्षदों ने कहा कि पिछले पांच सालों से वार्डों में एक भी लाइट नई नहीं लगी है। हर वार्ड में 30 से 40 लाइटें खराब पड़ी हैं। बार-बार शिकायत करने के बाद भी ना तो रिपेयर का काम हो रहा है और ना ही नई लाइटें लगवाई जा रही है। लाइटें पुरानी हो चुकी हैं, जिस कारण रोशनी भी ठीक नहीं है। पहले भी कई बार लाइटों की समस्या को लेकर अधिकारियों से मिला जा चुका है, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है। हर वार्ड में करीब 40 से 50 नई लाइटें लगाई जानी हैं। वार्ड के लोग समस्या लेकर उनके पास आते हैं, लेकिन वे अपनी समस्या लेकर कहां जाएं। ना तो अधिकारी नई लाइटें लगाने के लिए टेंडर लगा रहे हैं और ना ही नई लाइटें लगाने वाली एजेंसी शहर में आ रही है।

बता दें कि शहरी स्थानीय निकाय विभाग की तरफ से शहर में नई एलईडी लाइटें लगाने के लिए राजस्थान की एजेंसी को ठेका दिया हुआ है। इस मौके पर पार्षद हरजिद्र सिंह, काला सांघन, प्रतिनिधि बलजीत रंगा, रजत थरेजा, हरीष सचदेवा मौजूद थे।

हर वार्ड में लगनी थी पांच-पांच लाख की लाइटें

नगर परिषद की ओर से दो साल पहले शहर के हर वार्ड में पांच-पांच लाख रुपये की नई एलईडी लाइटें लगाने के लिए टेंडर लगाया था। हर वार्ड में 145-145 नई लाइटें लगाई जानी थी। टेंडर खोलने से पहले ही निकाय विभाग की ओर से रोक लगा दी गई थी। हर वार्ड में करीब 250 लाइटें लगी हुई हैं जो पांच साल पहले लगाई गई थी।

रोजाना आती हैं 20 से 25 शिकायतें

नगर परिषद के पास रोजाना 20 से 25 खराब लाइटों से संबंधित शिकायतें आती हैं। नप ने लाइटों की रिपेयर को लेकर ठेका दिया हुआ है, जिस पर महीने में एक लाख 60 हजार रुपये खर्च किए जा रहे हैं। एजेंसी के कर्मचारी लाइटों को ठीक करते हैं। ना तो नई तार लगाई जाती है और ना ही नई लाइटें लगाई जाती हैं।

डिमांड के अनुरूप लगेंगी लाइटें

नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बलबीर सिंह ने बताया कि लाइटों की समस्या को लेकर पार्षद मिले थे। लाइट इंस्पेक्टर अरविद को निर्देश दिए गए हैं कि सभी वार्डों से नई लाइटों को लेकर सूची मांग लें। वार्डों में डिमांड के हिसाब से लाइटें लगाई जाएंगी। सूची आने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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