अब जिले में ही हो सकेंगे आरटीपीसीआर सैंपल की जांच

कोरोना महामारी के सैंपल अब जिला स्तर पर ही हो सकेंगे। पहले पंचकुला या करनाल सैंपल लेकर भेजने पड़ते थे। तीन से चार दिन में रिपोर्ट आती थी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 06:12 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 06:12 AM (IST)
अब जिले में ही हो सकेंगे आरटीपीसीआर सैंपल की जांच
अब जिले में ही हो सकेंगे आरटीपीसीआर सैंपल की जांच

जागरण संवाददाता, कैथल : कोरोना महामारी के सैंपल अब जिला स्तर पर ही हो सकेंगे। पहले पंचकुला या करनाल सैंपल लेकर भेजने पड़ते थे। तीन से चार दिन में रिपोर्ट आती थी। इस कारण मरीजों को काफी लंबा इंतजार करना पड़ता था। अब यह सुविधा जिला स्तर पर ही मिलेगी। कलायत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लैब तैयार हो गई है। यहां रिवर्स ट्रासक्रिपरेज पालीमरेज चेन रिएक्शन (आरटीपीसीआर) सैंपल हो सकेंगे। 24 घंटे में ही रिपोर्ट मिल जाएगी। करीब 14 लाख रुपये की लागत से मशीन यहां लगाई गई है। वहीं 20 लाख की लागत के दो डी फ्रिजर यहां लगाए गए हैं। स्टाफ की नियुक्त को लेकर सीनियर अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी गई है। इस सप्ताह लैब शुरू होने की उम्मीद है। यहां कोरोना महामारी के साथ-साथ हेपेटाइट्स बी व सी की भी जांच हो सकेगी। विभाग की तरफ से रोजाना कोरोना के सैंपल लिए जा रहे हैं। सिविल अस्पताल सहित सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी सैंपल रोजाना लिए जाते हैं।

ग्रामीण क्षेत्र में 1.63 लाख घरों का सर्वे, दस मिले कोरोना संक्रमित

स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 15 मई से ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना महामारी के मरीजों की पहचान को लेकर सर्वे किया गया। यह सर्वे छह जून तक चलेगा। इस दौरान एक लाख 63 हजार लोगों के सैंपल लिए गए। करीब 10 लोग पाजिटिव मिले। सर्वे टीम में आशा वर्कर, टीचर, पटवारी व ग्राम सचिव शामिल रहे। पाजिटिव मरीजों का इलाज शुरू करवाया गया। इस दौरान टीम ने लोगों को कोरोना महामारी के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए भी प्रेरित किया। अप्रैल व मई माह में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से बढ़ा। अब जून माह में संक्रमण कम हो रहा है। अब विभाग की तरफ से कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारियां की जा रही है। चिकित्सकों, स्टाफ व उपकरणों की जो कमी है, उसके लिए डिमांड भेजी गई है।

कोरोना महामारी को लेकर विभाग पूरी तरह से सतर्क है। इस बीमारी की जांच को लेकर जो सैंपल लिए जाते थे, उनकी जांच के लिए पंचकूला व करनाल लैब में भेजे जाते थे, लेकिन अब जिला स्तर पर ही इसकी जांच हो सकेगी। कलायत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आरटीपीसीआर सैंपलों की जांच के लिए लैब तैयार हो गई है। मशीनें व फ्रिजर भी आ गए हैं। इस सप्ताह लैब शुरू होने की उम्मीद है। यहां नियुक्त किए जाने वाले स्टाफ को लेकर सीनियर अधिकारियों को डिमांड भेजी गई है। यहां लैब शुरू होने से काफी सुविधा मिलेगी।

डा. शैलेंद्र ममगाई शैली, सिविल सर्जन।

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