92.7 एमएम बारिश से शहर लबालब, बाढ़ जैसे बने हालात

बुधवार सुबह तीन बजे से शुरु हुई बारिश दिनभर जारी रही। कैथल में मानसून के इस सीजन में अभी तक कुल मिलाकर इतनी बारिश नहीं हुई थी जितनी 13 घंटे में हो गई। जिले के सातों खंडों को मिलाकर औसतन 92.7 एमएम बारिश बुधवार शाम चार बजे तक दर्ज की गई। इस बारिश से मौसम में इस कद्र परिवर्तन हुआ कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान में सिर्फ दो डिग्री का ही अंतर रहा। अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:55 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:55 AM (IST)
92.7 एमएम बारिश से शहर लबालब, बाढ़ जैसे बने हालात
92.7 एमएम बारिश से शहर लबालब, बाढ़ जैसे बने हालात

जागरण संवाददाता, कैथल : बुधवार सुबह तीन बजे से शुरु हुई बारिश दिनभर जारी रही। कैथल में मानसून के इस सीजन में अभी तक कुल मिलाकर इतनी बारिश नहीं हुई थी, जितनी 13 घंटे में हो गई। जिले के सातों खंडों को मिलाकर औसतन 92.7 एमएम बारिश बुधवार शाम चार बजे तक दर्ज की गई। इस बारिश से मौसम में इस कद्र परिवर्तन हुआ कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान में सिर्फ दो डिग्री का ही अंतर रहा। अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा। बरसाती पानी से शहर व गांव लबालब हो गए। सीवरेज व्यवस्था ठप होने से शहर की सड़कों व कालोनियों में बाढ़ जैसे हालात नजर आए। जलभराव होने के कारण लोगों को आवाजाही करने में काफी दिक्कत आई। लोगों ने जलभराव को लेकर जिला प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। बारिश के कारण मेन बाजार, मुख्य मार्ग व सार्वजनिक स्थानों पर रौनक गायब रही। सुबह के समय कामधंधे व नौकरी पेशा लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी रही। शहर के बीचोंबीच पिहोवा चौक पर जलभराव होने से जाम की स्थिति रही। करनाल रोड पर मुड़ने वाले ट्रैफिक को पुलिस ने छोटू राम चौक से डायवर्ट कर दिया।

सड़कों व कालोनियों में दो- दो फीट पानी जमा

शहर में अनाज मंडी के आसपास का क्षेत्र पूरी तरह पानी में डूब गया। इसके अलावा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण सेक्टर-19 और 20, सुभाष नगर, अर्जुन नगर, रामनगर, शक्ति नगर, हरसौला बस्ती, अंबेडकर बस्ती, खुराना रोड, डीएवी कालोनी, मॉडल टाउन, सिरटा रोड, माता गेट सीवन, चंदाना करनाल रोड, छात्रावास रोड, कबूतर चौक, कमेटी चौकी, ढांड रोड, पिहोवा चौक, जींद रोड बाइपास, आंबेडकर कालोनी, अर्जन नगर, शक्ति नगर, करनाल रोड पर दो-दो फुट तक पानी जमा हो गया। कालोनियों में जमा पानी से लोगों का जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण शहर की निचली कालोनियों में बरसाती पानी जमा हो गया और कच्ची गलियों में बरसात के कारण कीचड़ की भरमार हो गई। बारिश के कारण तापमान में गिरावट आई है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आने वाले दो दिन तक बारिश जारी रहने की संभावना है।

किसानों की बढ़ी चिताएं

दिनभर हुई बारिश ने किसानों को राहत पहुंचाने के साथ ही परेशानी भी बढ़ा दी है। कुछ किसान जो धान की रोपाई कर चुके हैं, उनके खेतों में धान की फसल पानी में डूब गई है। अगर और बारिश नहीं होती है तो यह फसल बच जाएगी, अगर बारिश हुई तो उनके लिए मुश्किल खड़ी हो जाएंगी। कपास की फसल के लिए भी बरसात नुकसानदायक होगी। वहीं कृषि विभाग के वैज्ञानिक डा. रमेश चंद्र ने बताया कि आगामी दो दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहने की संभावना है। बरसात तेज होती है तो किसानों के लिए नुकसानदायक होगी।

पूंडरी में जलभराव, निकासी के दावे फेल

संस, पूंडरी: बुधवार सुबह हुई बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव की स्थिति देखने को मिली। कुछ महीने पहले ही नगरपालिका द्वारा नालों की सफाई के बड़े-बड़े दावे किए गए थे। बुधवार को हुई बारिश ने इन दावों का गलत साबित कर दिया। शहरवासी कृष्ण सैनी, विजय और शमशेर आदि ने बताया कि पिछले काफी लंबे समय से बनी हुई। पानी निकासी न होने के कारण बस स्टैंड, हुडा कालोनी, कैथल-करनाल रोड़, मुख्य बाजार की सड़क पर पानी भरा हुआ है। पानी निकासी को लेकर शहरवासी अजमेर सिंह, राकेश कुमार, अश्वनी कुमार, दिलबाग सिंह, नीरज कुमार, सोहनलाल, महेंद्र पाल, दुकानदार सुशील कुमार, नफेसिंह, राज सिंह, निर्मल सिंह, प्रवीण कुमार ने बताया कि पानी निकासी की समस्या बनी हुई है। कोई समाधान नहीं हो रहा है।

गांव बीरबांगड़ा में बरसात से गिरा मकान

संस, राजौंद: बारिश की वजह से गांव बीरबांगड़ा में एक मकान गिर गया। गांव बीरबांगड़ा निवासी ओम बैरागी ने बताया कि उसके पास एक ही कमरा है, जो बरसात होने के कारण गिर गया है। संयोगवश उस मकान में नहीं थे। किसी तरह गुजारा चल रहा था, लेकिन मकान की छत गिरने से उनके जीवन यापन के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। उसने बताया कि आर्थिक स्थिति पहले ही कमजोर है। मेहनत मजदूरी करके किसी तरह काम चला रहा था, लेकिन मकान बनाने के लिए उसके पास कोई पैसा नहीं है। उसने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि उसकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उसकी मदद की जाए।

कहां कितने एमएम बारिश

कैथल- 112 एमएम

कलायत- 83 एमएम

पूंडरी- 72 एमएम

राजौंद- 73 एमएम

गुहला चीका- 93 एमएम

ढांड- 130 एमएम

सीवन- 84 एमएम

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