महिलाओं में आत्मविश्वास से टूटेंगे वर्जनाओं के पिजरे : पांखुरी गुप्ता

कैथल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में नारी शक्ति उत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसके तहत तीसरे दिन पिजरा तोड़ एक वार्तालाप महिला सशक्तिकरण की ओर विषय के तहत लघु सचिवालय स्थित ईवीएम वेयर हाउस के सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के अनुभव सांझा किए गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 06:11 AM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 06:11 AM (IST)
महिलाओं में आत्मविश्वास से टूटेंगे वर्जनाओं के पिजरे : पांखुरी गुप्ता
महिलाओं में आत्मविश्वास से टूटेंगे वर्जनाओं के पिजरे : पांखुरी गुप्ता

जागरण संवाददाता, कैथल : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में नारी शक्ति उत्सव कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसके तहत तीसरे दिन पिजरा तोड़ एक वार्तालाप महिला सशक्तिकरण की ओर विषय के तहत लघु सचिवालय स्थित ईवीएम वेयर हाउस के सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के अनुभव सांझा किए गए। मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी पांखुरी गुप्ता ने उन्हें खुलकर अपनी बात रखने और सशक्त होने का आह्वान किया।

डीसी सुजान सिंह वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जुड़कर महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में हम सभी को मानसिक और आर्थिक रूप से सशक्त होना होगा। सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर प्रदान किए जाते हैं। स्वयं सहायता समूह से जुड़कर ग्रामीण आंचल की महिलाएं जहां अपने आपको आर्थिक तौर पर सशक्त बना सकती हैं, वहीं अपनी बात को भी मजबूती के साथ उठा सकती है। अंतर राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। लड़कियों व महिलाओं को किसी भी प्रकार के दबाव में नही रहना चाहिए, बल्कि अपनी बात को सबके सामने रखनी चाहिए। चुप रहना कहीं न कहीं महिलाओं के लिए घातक सिद्ध हो सकता है, इसलिए सभी पिजरा तोड़ यानि की अपनी बंदिशों को त्यागकर खुले आसमान में उड़े और सशक्त बनकर अपना जीवन जिएं। सीटीएम अमित कुमार ने महिलाओं को जागरूक किया और कहा कि वे हर क्षेत्र में रूचि अनुसार आगे बढ़ने का प्रयास जरूर करें।

सोच का दायरा बढ़ाएं

मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी पांखुरी गुप्ता ने उपस्थित महिलाओं से वार्तालाप की और एक दूसरे के साथ उनके अनुभवों को सांझा किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं में आत्मविश्वास को और प्रबल करने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ताकि महिलाएं एक प्रेरणा लेकर कार्य करें और दूसरों के लिए भी उदाहरण बनें। समाज में कई महिलाएं गरीबी से ऊपर अपने कार्य के बल पर उठी है और आज सम्मान पूर्वक जीवन व्यतीत कर रही हैं। महिलाओं को अपनी सोच के दायरे को बढ़ाना होगा और घर की चार दिवारी से बाहर निकलकर सशक्त बनना होगा। महिलाएं सशक्त होंगी तो निश्चित तौर पर उसका पूरा परिवार भी सशक्त होगा।

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