पश्चिमी बंगाल में हुई हिसा के विरोध में भाजपा नेताओं ने दिया सांकेतिक धरना
पश्चिमी बंगाल में चुनावों के बाद हुई हिसा के विरोध में भाजपा विधायक लीला राम और जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर ने कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी कार्यालय के सामने सांकेतिक धरना दिया।
जागरण संवाददाता, कैथल : पश्चिमी बंगाल में चुनावों के बाद हुई हिसा के विरोध में भाजपा विधायक लीला राम और जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर ने कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी कार्यालय के सामने सांकेतिक धरना दिया। विधायक ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी ) गुंडों ने भाजपा कार्यालयों पर हमला करके कार्यकर्ताओं की हत्या की है।
इस घटना का होना लोकतंत्र की हत्या होना है। जिन भी आरोपितों ने वारदात को अंजाम दिया है, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। भाजपा के करीब 15 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। इस घटना के विरोध में देशभर में सांकेतिक धरने दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम में ममता बनर्जी को पूर्ण बहुमत मिल गया था, लेकिन उसके बाद भी वहां हिसा हुई। उनकी मांग है कि बंगाल में जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए, नहीं तो ऐसी घटनाएं आगे भी हो सकती हैं।
जिलाध्यक्ष अशोक गुर्जर ने कहा कि धरने के दौरान कोरोना से संबंधित सभी नियमों का पालन किया गया है। कार्यकर्ताओं की भीड़ न बुलाकर मात्र पांच लोगों ने ही धरना दिया। बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं के कार्यालयों में जाकर तोड़ फोड़ की गई। भाजपा कार्यकर्ता इस घटना की निदा करते हैं। धरने पर रवि तारांवाली, अरूण सर्राफ और पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर मौजूद थे।
लोकतंत्र में हिसा का कोई स्थान नही: सतीश मुंजाल
संस, सीवन : भाजपा नेता पूर्व सरपंच सतीश मुंजाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनावों के परिणाम आते ही जो हिसा हुई व तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। लोकतंत्र में हार-जीत तो होती रहती है। यह जो घटना घटी है वह काफी शर्मसार करने वाली है।