मानस निवासी अशोक घर व पंचायती जमीन पर लगा रहे हैं ऑक्सीजन देने वाले पौधे

अगर आप को बीमारियों से बचना है तो अपने घर और आसपास की जमीन पर ऑक्सीजन देने वाले अधिक से अधिक पौधे लगाएं। ताकि मनुष्य को भरपूर ऑक्सीजन मिले। इसके लिए गांव मानस निवासी अशोक कुमार ने ठानी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 06:49 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 06:49 AM (IST)
मानस निवासी अशोक घर व पंचायती जमीन  पर लगा रहे हैं ऑक्सीजन देने वाले पौधे
मानस निवासी अशोक घर व पंचायती जमीन पर लगा रहे हैं ऑक्सीजन देने वाले पौधे

सोनू थुआ, कैथल:अगर आप को बीमारियों से बचना है, तो अपने घर और आसपास की जमीन पर ऑक्सीजन देने वाले अधिक से अधिक पौधे लगाएं। ताकि मनुष्य को भरपूर ऑक्सीजन मिले। इसके लिए गांव मानस निवासी अशोक कुमार ने ठानी है। अशोक कुमार द्वारा अपने घर के बगीचे में शहतूत, अमरुद, बेरी, अंगूर बेल, अनार, तुलसी, एलोवेरा समेत 150 के करीब ऑक्सीजन देने वाले पौधे लगाएं हुए है। उनका कहना है कि घर में लगाएं गए पौधे ऑक्सीजन के साथ वातावरण को शुद्ध रख रहे है। अशोक का मानना है पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तो बीमारियां भी दूर भागेगी। इसके लिए वे जी जान से मेहनत कर रहे है। वहीं आसपास के लोगों को भी घर में भी पौधे लगाने के लिए जागरूक कर रहे है।

पौधारोपण करने के साथ करते हैं देखभाल :

अशोक बताते है कि ऑक्सीजन वाले पौधे लगाने का संकल्प लिया हुआ है। इन पौधों की सुबह व शाम को विशेष देखभाल कर रहे है। सुबह पहले घर पर लगे हुए पौधों की पानी देते है, उनकी निराई करते है। शाम के समय पंचायती जमीन पर लगाएं हुए पौधों को देखने के लिए जाते है। पंचायती जमीन पर लगे हुए पौधों में वन विभाग का अच्छा सहयोग मिल रहा है। छह वर्ष पहले पौधे लगाने शुरू किए थे, धीरे-धीरे पौधों में सफलता मिलने लगी तो उन्होंने पौधे लगाने के कार्य तेजी से कर रहे है। वो बताते है कि मानसून का जैसे आगाज होता है। उसी समय पौधे लगाना शुरू कर देते है। ताकि पौधा बरसात के समय अच्छी ग्रोथ करें व कम सूखे। गर्मी के दौरान पौधा सूखने की सबसे ज्यादा शिकायत रहती है। इसलिए भी वह मानसून की शुरूआत में पौधे लगाना शुरू कर देते हैं।

गांव की पंचायती जमीन में लगाते हैं पौधे :

अशोक ने बताया कि पंचायती जमीन में वह खाली जगह पर पौधे लगाते हैं। अब तक पंचायती जमीन पर दो हजार के करीब पीपल, नीम, बरगद, नीम इत्यादि के पौधे लगा चुके हैं। वहीं खेत में भी स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए नींबू, अमरुद, तोरी, घीया, पुदीना, गिलोय, तुलसी, आंवला, नींबू व खीरा की बेल व पौधे लगाएं हुए है। जिनकी देखरेख वह लगातार कर रहे हैं। अशोक बताते है कि उनका मकसद पौधे लगाकर पर्यावरण को शुद्ध रखना है। उन्होंने लोगों से भी आह्वान किया है कि बीमारियों से बचने के लिए अपने आसपास, स्कूल, कालेज, पंचायत घर इत्यादि खाली जगहों पर पौधे लगाएं, ताकि बीमारियों से बचा जा सकें।

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