अधर में लटकी निर्माण विकास योजनाएं नगरवासियों में रोष

नगर की निर्माण विकास योजनाएं 18 दिन से ठंडे बस्ते में हैं। 28 मार्च को कलायत एसडीएम ने 12 अप्रैल तक निर्माण विकास कार्यों पर रोक लगाई थी। नपा चेयरपर्सन के खिलाफ 12 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ। 15 अप्रैल को वाइस चेयरपर्सन पूजा धीमान को नपा कार्यकारी चेयरपर्सन की जिम्मेदारी सौंपी गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 06:03 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 06:03 AM (IST)
अधर में लटकी निर्माण विकास योजनाएं  
नगरवासियों में रोष
अधर में लटकी निर्माण विकास योजनाएं नगरवासियों में रोष

संवाद सहयोगी, कलायत : नगर की निर्माण विकास योजनाएं 18 दिन से ठंडे बस्ते में हैं। 28 मार्च को कलायत एसडीएम ने 12 अप्रैल तक निर्माण विकास कार्यों पर रोक लगाई थी। नपा चेयरपर्सन के खिलाफ 12 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ। 15 अप्रैल को वाइस चेयरपर्सन पूजा धीमान को नपा कार्यकारी चेयरपर्सन की जिम्मेदारी सौंपी गई। कोरोना संकट की हिदायतों को दरकिनार करते हुए गैर सरकारी तौर पर नपा कार्यालय के अंदर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के लिए न तो प्रशासनिक अधिकारियों से अनुमति ली गई और न ही कोरोना नियमों का पालन किया गया। स्वास्थ्य विभाग निरंतर लोगों को सजग रहने की हिदायतें दे रहा है। नपा भवन में सरकार की हिदायतों को ठेंगा दिखाते हुए आयोजन किया गया। वहीं कालेज को बस स्टैंड से जोड़ने वाले 40 फीट चौड़े मार्ग के की योजना पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 30 मार्च से बंद पड़ी विकास योजनाओं को शुरू करने का कोई निर्णय नहीं हो पाया। दिलबाग वाल्मीकि, मोहित राणा, विक्रम सिंह, सोमनाथ राणा ने निर्माण विकास योजनाओं के शुरू न होने से रोष व्यक्त किया।

सड़क के किनारे लगे पराली के ढेर में आग लगी

संवाद सहयोगी, सीवन : वीरवार की देर रात सीवन फिरोजपुर रोड पर सड़क के किनारे लगे पराली के ढेर में आग लग गई। आग पर लोगों ने बड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया। गांव फिरोजपुर निवासी बलबीर सिंह ने आधा एकड़ भूमि ठेके पर लेकर उस पर पराली की मशीन से गांठें बनवा कर स्टॉक किया हुआ था। रात को अचानक पराली के ढेर में आग लग गई। लोगों ने फायर ब्रिगेड को फोन किया व फायर ब्रिगेड ने लोगों के साथ मिल कर आग पर काबू पा लिया। अगर आग फैल जाती तो भारी नुकसान हो सकता था। संदीप सैनी ने बताया कि इस बार आगजनी से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इस बार आगजनी की घटनाएं भी अधिक हो रही हैं। सरकार किसान हितैषी होने का दम भरती है तो सरकार को चाहिए कि आग में नुकसान की गिरदावरी करवा कर किसानों को पचास हजार रुपये एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे। ताकि किसानों के नुकसान की भरपाई हो सके।

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