फतेहपुर सर्कल की आंगनबाड़ी वर्करों ने काली पंट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
फतेहपुर सर्कल की आंगनबाड़ी वर्कर्स ने तीन से छह वर्ष के बच्चों के अभिभावकों के अपने निजी फोन पर वाट्सएप ग्रुप बनाने का काली पट्टी बांधकर विरोध किया।
जागरण संवाददाता, कैथल : फतेहपुर सर्कल की आंगनबाड़ी वर्कर्स ने तीन से छह वर्ष के बच्चों के अभिभावकों के अपने निजी फोन पर वाट्सएप ग्रुप बनाने का काली पट्टी बांधकर विरोध किया।
इस विरोध प्रदर्शन में गांव फतेहपुर से सुनीता धीमान, अंग्रेजों देवी, कृष्णा देवी, कांता देवी, जोशीला, संतोष, कमला वर्मा, वीना शर्मा, सुदेश रानी, नीलम वालिया, विद्या देवी, शकुंतला, निशा, सुलोचना, राजरानी, सुनीता भुक्कल और गांव टयोंठा से वीना रानी, मीना रानी, इंद्रेश देवी, रुकमण, कविता, अंजना व कमला आंगनबाड़ी वर्कर शामिल रहीं। यूनियन की जिला उप प्रधान सुनीता भुक्कल की अध्यक्षता में किया गया।
उन्होंने कहा कि यूनियन मंत्री की वादाखिलाफी का पुरजोर विरोध करती है। सरकार ने न तो आंगनबाड़ी वर्कर को मोबाइल फोन दिया है, न कोई नेट का खर्चा और न कोई ट्रेनिग और गरीब बच्चों के अभिभावकों के पास भी उपयुक्त स्मार्ट फोन नहीं हैं।
फिर भी सरकार बच्चों को आनलाइन पढ़ाने के लिए हमें 3-6 साल तक के लाभार्थी बच्चों के अभिभावकों के वाट्सएप ग्रुप तैयार करने के लिए कह रही है। सरकार जच्चा-बच्चा के लिए आंगनबाड़ी के माध्यम से दिए जाने राशन को सर्कल पर पहुंचा देती है। वहां से आंगनबाड़ी वर्कर खुद अपने खर्चे पर आंगनबाड़ी केंद्र तक ले जाती हैं। सरकार इसका कोई खर्चा नहीं देती है। जबकि यह सरकार की जिम्मेदारी बनती है। सर्कल स्तर पर काली पट्टी बांधकर विरोध के बावजूद सरकार नहीं मानी तो जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन किए जाएंगे। 26 नवंबर की राष्ट्रव्यापी मजदूर कर्मचारी हड़ताल में यूनियन भागीदारी करेगी।