घर में अकेला कमाने वाला था एएलएम सुरेंद्र, परिवार पर रोजी-रोटी का संकट

जागरण संवाददाता कैथल एएलएम सुरेंद्र की मौत से परिवार बिखर गया है। घर में वह अकेला कम

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 09:01 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 09:01 AM (IST)
घर में अकेला कमाने वाला था एएलएम सुरेंद्र, परिवार पर रोजी-रोटी का संकट
घर में अकेला कमाने वाला था एएलएम सुरेंद्र, परिवार पर रोजी-रोटी का संकट

जागरण संवाददाता, कैथल : एएलएम सुरेंद्र की मौत से परिवार बिखर गया है। घर में वह अकेला कमाने वाले था। डीसी रेट पर नौकरी कर पत्नी, बुजुर्ग बाप व दो बच्चों का पेट पाल रहा था। रोजाना की तरफ बुधवार को भी सुबह ड्यूटी पर गया था, लेकिन परिवार वालों को क्या पता था की अब वह वापस लौटकर नहीं आएगा। करीब 11 बजे कांगथली पावर हाउस पर काम करते समय हुए हादसे में सुरेंद्र की मौत हो गई। जैसे ही परिवार वालों को इस हादसे के बारे में जानकारी मिली तो पांव तले से जमीन खिसक गई। बुजुर्ग पिता, पत्नी व बेटा अस्पताल की तरफ दौड़े। बेटे के शव को देखकर बुजुर्ग पिता की आंखों से आंसुओं की गंगा बह उठी। वहीं बेटा गौतम भी पिता के शव को देखकर बेसुध हो गया। परिवार के अन्य सदस्यों ने उसे संभाला। बुजुर्ग पिता रामकुमार ने बताया कि सुरेंद्र इकलौता पुत्र था। इस तरह से चला जाएगा कभी सपने में भी नहीं सोचा था। आज उसकी जिदगी पूरी तरह से उजड़ गई। अब कैसे परिवार का जीवन यापन होगा। मृतक सहायक लाइनमैन सुरेंद्र के पिता रामकुमार ने बताया कि इकलौते पुत्र की मौत होने से उसका घर पूरी तरह से उजड़ गया है। मृतक अपने पीछे 18 साल के बेटे गौतम, 20 साल की बेटी को छोड़ गया। हादसे के बाद मृतक के परिवार में मातम का माहौल है। पिता की आंखों से आंसू नहीं रूक रहे हैं। पिता ने बताया कि रोजाना की तरह सुरेंद्र बुधवार सुबह ड्यूटी पर गया था। उसकी ड्यूटी भूना पावर हाउस पर थी, लेकिन कांगथली बिजली घर में बुलाकर उसे पोल पर चढ़ा दिया गया। हादसे में उसके बेटे की मौत हो गई। इस घटना को लेकर जो भी जिम्मेदार है, उनके खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए। सिविल अस्पताल में जब परिवार वाले बिजली निगम के एसडीओ व जेई के खिलाफ रोष जता रहे थे तो निगम का ही एक कर्मचारी बोला की एसडीओ व जेई की कोई गलती नहीं है, इस पर परिवार वालों का गुस्सा और ज्यादा फूट पड़ा। परिवार वालों ने उक्त कर्मचारी के खिलाफ रोष जताते हुए एफआइआर दर्ज करने की मांग की। पुलिस कर्मचारियों ने बीच-बचाव करते हुए परिवार वालों को शांत किया। पहले भी हो चुके हैं हादसे

जिले में एएलएम सुरेंद्र की मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पूर्व भी कई हादसे इस तरह से हो चुके हैं। पिछले साल खेड़ी शेरखां में भी बिजली सप्लाई पर काम करते समय एक कर्मचारी की झूलसने से मौत हो गई थी। इस मामले में लापरवाही को लेकर निगम अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया था।

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