जिप चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद चौधर के लिए लेकर जंग शुरू

जिला चेयरपर्सन सुखविद्र कौर व वाइस चेयरपर्सन मुनीष कठवाड़ की कुर्सी पर खतरे में पड़ गई है। दो दिन पहले 21 में से 14 पार्षदों ने दोनों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर एडीसी राहुल हुड्डा से मुलाकात करते हुए बैठक बुलाने की मांग की है

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Nov 2019 12:04 AM (IST) Updated:Thu, 21 Nov 2019 06:16 AM (IST)
जिप चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव  के बाद चौधर के लिए लेकर जंग शुरू
जिप चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद चौधर के लिए लेकर जंग शुरू

जागरण संवाददाता, कैथल :

जिला चेयरपर्सन सुखविद्र कौर व वाइस चेयरपर्सन मुनीष कठवाड़ की कुर्सी पर खतरे में पड़ गई है। दो दिन पहले 21 में से 14 पार्षदों ने दोनों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर एडीसी राहुल हुड्डा से मुलाकात करते हुए बैठक बुलाने की मांग की है। अब सभी 14 पार्षद धार्मिक स्थलों के भ्रमण पर निकल गए है, वहीं भाजपा समर्थित चेयरपर्सन व वाइस चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद भाजपा संगठन में गतिविधियां तेज हो गई हैं। दोनों ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए चंडीगढ़ में सीनियर नेताओं के कार्यालयों में हाजरी लगानी शुरू कर दी है। दोनों खेमों की तरफ से बहुमत को लेकर सरगर्मियां तेज शुरू कर दी है। एक-दूसरे के माध्यम से पार्षदों से संपर्क कर अपने खेमे में लाने के प्रयास चल रहे हैं। विरोध करने वाले पार्षदों में न केवल कांग्रेस से बल्कि भाजपा समर्थित पार्षद भी शामिल हैं।

गौरतलब है कि सोमवार को जिला परिषद के 21 में से 14 पार्षदों ने वार्ड नंबर 2 से पार्षद अंजू जागलान के नेतृत्व में एडीसी से मुलाकात की थी। चेयरपर्सन व वाइस चेयरमैन पर विकास कार्यो में अनदेखी व ठीक से तरह से व्यवहार न करने का आरोप लगाया था। पार्षदों न कहा था कि चेयरपर्सन गांव में विकास कार्य पार्षदों के माध्यम से न करवाकर सीधे सरपंचों के माध्यम से करवा रही हैं, इस कारण पार्षदों को दिक्कत आ रही है। वार्ड नंबर 2 की पार्षद अंजू जागलान ने आरोप लगाया कि उसके वार्ड की तो शुरू से ही अनदेखी हो रही है। उसके वार्ड में अभी तक कोई काम नहीं हुआ है। पीने के पानी, पानी की निकासी सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का अभाव है, कई बार वे लिखित में वार्ड में विकास करवाने की मांग कर चुकी हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पार्षदों का आरोप है कि कमीशन लेकर विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। साढ़े तीन साल जिला परिषद के चुनाव का समय बीत चुका है। इतने सालों से पार्षदों के साथ तालमेल से काम करने की बजाए उनकी अनदेखी चेयरपर्सन व वाइस चेयरमैन ने की।

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