जिले में बरसात के बाद गर्मी से मिली लोगों को राहत
शनिवार रात व रविवार सुबह जिलेभर के कई इलाकों में बरसात के बाद मौसम खुशनुमा हो गया है। मौसम में हुए बदलाव के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। उधर बरसात के बाद किसानों की फसल कपास व धान की रोपाई के लिए लगाई गई पनीरी को फायदा मिला है।
जागरण संवाददाता, कैथल: शनिवार रात व रविवार सुबह जिलेभर के कई इलाकों में बरसात के बाद मौसम खुशनुमा हो गया है। मौसम में हुए बदलाव के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। उधर, बरसात के बाद किसानों की फसल कपास व धान की रोपाई के लिए लगाई गई पनीरी को फायदा मिला है। बता दें कि शनिवार शाम को ही मौसम का मिजाज बदल गया था। तेज हवाएं चली उसके बाद आसमान में बादल छाए गए और बरसात होना शुरू हो गई। रविवार सुबह भी सात बजे के करीब बरसात हुई। पिछले एक सप्ताह से झुलसा देने वाली गर्मी से लोग जूझ रहे थे। तापमान में गिरावट आने और हवाएं चलने से लोगों को गर्मी का ज्यादा अहसास नहीं हुआ। वहीं मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिनों तक बरसात होने की संभावना है। तेज हवाओं के चलने के कारण कई जगह सड़कों पर पेड़ पौधे गिरे हुए दिखाई दिए। रविवार को न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रहा। शनिवार रात व रविवार सुबह तक दो एमएम बरसात हुई हैं।
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कपास व धान की पनीरी के लिए बरसात फायदेमंद
कैथल विज्ञान केंद्र के विज्ञानी रमेश चंद्र ने बताया कि 16 जून तक बरसात होने की संभावना है। वहीं बादल आसमान में छाए रहेंगे। कपास की फसल के लिए यह मौसम फायदेमंद है। धान की रोपाई किसान कर सकते है। मक्का की बिजाई के लिए अभी किसानों को रूकना होगा। धान की पनीरी के लिए यह मौसम फायदेमंद हैं। किसान धान की रोपाई के लिए अपने खेतों को तैयार कर रहे है। 15 जून के बाद किसान धान की रोपाई कर सकते हैं। सब्जियों की फसल के लिए भी बरसात वरदान साबित होगी।
बरसात से खेतों में खड़ी चारे की फसल लहलहा उठी
संवाद सहयोगी, सीवन : शनिवार देर शाम को अचानक से छाए बादलों ने मौसम को सुहाना कर दिया। रविवार को सुबह हुई हल्की बारिश से कई दिनों से पड़ रही गर्मी से लोगों को राहत मिली। इस बरसात से खेतों में खड़ी चारे की फसल लहलहा उठी है। धान की बिजाई भी 15 जून से आरंभ होनी है। किसानों का कहना है कि इस बार मानसून भी 15 जून से हरियाणा में दस्तक दे रहा है। इससे धान की फसल के लिए लगाई गई पनीरी को भी लाभ मिलेगा और धान की बिजाई सही प्रकार से हो पाएगी। पिछले दिनों आई आंधी के कारण कई क्षेत्रों में खेतों की बिजली खराब हो गई थी जो अभी तक चालू नहीं हो पाई थी। इसके कारण धान की पनीरी भी सूख रही थी। बरसात से वह पनीरी भी लहलहा उठी है। मौसम विभाग ने भी तीन दिन तक बरसात की संभावना जताई है।