पूंडरी कस्बे के आठ गांव में करीब 162 एकड़ जमीन गोचरान के नाम
जागरण संवाददाता कैथल जिला प्रशासन की तरफ से बेसहारा गोवंश को लेकर कोई समाधान नहीं
जागरण संवाददाता, कैथल : जिला प्रशासन की तरफ से बेसहारा गोवंश को लेकर कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। जिले भर में सड़कों पर बेसहारा गोवंश की भरमार है। कैथल ब्लाक के 13 गांवों में 455 एकड़ जमीन गोचरान की है और अब पूंडरी कस्बे के आठ गांव में करीब 162 एकड़ जमीन गोचरान की सामने आई है। अकेले मानस गांव में ही करीब 166 एकड़ जमीन गोचरान के नाम है। पूंडरी में गोचरान भूमि की जानकारी को लेकर कमल कालोनी निवासी सुशांत ने आरटीआइ लगाई थी। आरटीआइ में मिली जानकारी अनुसार करीब 162 एकड़ जमीन गोचरान की है। प्रशासन की अनदेखी के कारण गोचरान की भूमि पर कब्जे हो रहे हैं और कई जगहों पर खाली पड़ी है। पूंडरी और कैथल ब्लाक में ही करीब 617 एकड़ जमीन गोचरान के नाम सामने आ चुकी है। इतनी जमीन होने के बाद भी बेसहारा पशुओं को आश्रय नहीं मिल पा रहा है। सड़कों पर पशु हादसों का कारण बन रहे हैं। इन हादसों में कई लोग जान भी गवां चुके हैं। जिन गांवों में गोचरान की भूमि है, वहां या तो जमीन खाली पड़ी या लोगों ने कब्जा किया हुआ है। अगर प्रशासन इस जमीन का सही इस्तेमाल करे तो सड़कों से गोवंश को हटाया जा सकता है।
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इस गांव में इतनी है गोचरान की भूमि
गांव एकड़ कनाल मरले भाणा 14 01 19 खेड़ी सिकंदर 03 05 06 डीग 03 05 00 हजवाना 16 07 00 रमाणा-रमाणी 21 05 00 अहमदपूर 00 04 18 मुन्नारेहड़ी 82 01 17 सिरसल 33 05 09 ------------
इन गांवों में नहीं है गोचरान की भूमि
पूंडरी कस्बे के करीब 19 गांव ऐसे हैं, जहां सरकारी रिकार्ड के अनुसार गोचरान भूमि नहीं है। इन गांव में बाकल, करोड़ा, फतेहपुर, जांबा, बरसाना, पिलनी, पाई, कुक्करकंडा, डुलयानी, टयोंठा, मोहना, जटहेड़ी, पूंडरी, बधनारा, सांच, रसीना, दूसैन, बुच्ची और हाबड़ी शामिल हैं।