बार-बार कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट दे रहे कर्मी स्वास्थ्य विभाग की रडार पर

कोरोना फैलने से रोकने की खातिर कुछ स्वास्थ्य कर्मी तो दिन-रात पूरी निष्ठा के साथ ड्यूटी कर रहे हैं लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो इस मुश्किल दौर में अपना फर्ज निभाने से पीछे हट रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 08:55 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 08:55 AM (IST)
बार-बार कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट दे रहे कर्मी स्वास्थ्य विभाग की रडार पर
बार-बार कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट दे रहे कर्मी स्वास्थ्य विभाग की रडार पर

जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना महामारी को फैलने से रोकने की खातिर कुछ स्वास्थ्य कर्मी तो दिन-रात पूरी निष्ठा के साथ ड्यूटी कर रहे हैं लेकिन कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं, जो इस मुश्किल दौर में अपना फर्ज निभाने से पीछे हट रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के ही कुछ कर्मचारी बार-बार कोरोना संक्रमित होने की रिपोर्ट दिखाकर छुट्टी कर रहे हैं।

सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह ने जिन कर्मचारियों ने कई बार कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट कार्यालय में दी है, उन सैंपलों की डीएनए जांच के आदेश दिए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि जो रिपोर्ट वह दिखा रहे हैं, वह उन्हीं कर्मचारियों की ही है, या फर्जी रिपोर्ट बनवाकर ड्यूटी से बच रहे हैं।

सिविल सर्जन डा. मनजीत सिंह ने सभी चिकित्सक प्रभारियों को कहा है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के कोरोना सैंपलों की डीएनए जांच कराई जाएगी। उचाना स्थित आरटीपीसीआर लैब के इंचार्ज डॉ. जेके मान को सैंपलों की डीएनए जांच का जिम्मा दिया गया है। दरअसल विभाग के पास ऐसे कई मामले आ चुके हैं, जिनमें कर्मचारी और अधिकारी की कोरोना में ड्यूटी आते ही वह खुद के संक्रमित होने की रिपोर्ट थमाकर अवकाश ले लेते हैं। ऐसा एक बार नहीं, बल्कि तीन से चार बार हो चुका है, जब कर्मचारी की कोरोना में ड्यूटी लगने के तुरंत बाद उन्होंने अपने कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को सौंपकर उसके नाम पर ड्यूटी से अवकाश ले लिया। सिविल सर्जन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उन कर्मचारियों के कोरोना सैंपल अधिकारियों की मौजूदगरी में लेकर जांच आरटीपीसीआर लैब से करवाने के लिए कहा है।

फर्जीवाड़ा मिला तो होगी कार्रवाई : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह ने कहा कि हालांकि कोरोना वायरस किसी को भी हो सकता है, क्योंकि स्वास्थ्य कर्मी फ्रंट पर रहकर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं लेकिन कोरोना ड्यूटी से बचने के लिए अगर किसी अधिकारी या कर्मचारी ने खुद के कोरोना पॉजिटिव बता किसी तरह का फर्जीवाड़ा किया है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कोरोना सैंपलों की डीएनए रिपोर्ट के बाद पता सच्चाई सामने आ पाएगी।

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