दफ्तरों में महिलाओं को मिलेगा सुरक्षित माहौल, बनेंगी आंतरिक परिवाद समितियां

डीआरडीए के सभागार में महिलाओं के उत्पीड़न यौन उत्पीड़न के मामलों के लिए बनाई गई कमेटियों के लिए चल रही एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी सुहिता दुग्गर ने यह बात कही।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 09:00 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 09:00 AM (IST)
दफ्तरों में महिलाओं को मिलेगा सुरक्षित माहौल, बनेंगी आंतरिक परिवाद समितियां
दफ्तरों में महिलाओं को मिलेगा सुरक्षित माहौल, बनेंगी आंतरिक परिवाद समितियां

जागरण संवाददाता, जींद : महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में जिले के सभी सरकारी कार्यालयों में आंतरिक परिवाद समितियों का गठन कर महिलाओं को सुरक्षित माहौल में कार्य करवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। शुक्रवार को डीआरडीए के सभागार में महिलाओं के उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न के मामलों के लिए बनाई गई कमेटियों के लिए चल रही एक दिवसीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी सुहिता दुग्गर ने यह बात कही। कार्यशाला में मारथा फेरल फाउंडेशन ने महिलाओं को सुरक्षित माहौल में कार्य करने के टिप्स बताए गए।

सुहिता दुग्गर ने कहा कि महिलाओं के स्वास्थ्य या सुरक्षा को प्रभावित करने वाला अपमानजनक व्यवहार करना, अस्पताल, खेलकूद के मैदान, सरकारी या गैर सरकारी कार्यालयों, बोर्ड, निगमों आदि कार्य स्थलों पर महिलाओं को अपमानित करना, उनके साथ शारीरिक सम्पर्क करना, अश्लील साहित्य दिखाना, लैंगिक प्रकृति का कोई अन्य अवांछनीय शारीरिक, मौखिक या अमौखिक आचरण करना, अशोभनीय टिप्पणियां करना, इन सभी को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से करना ये सभी महिला उत्पीड़न की श्रेणी में आते हैं। ऐसे सरकारी कार्यालय जहां 10 या 10 से अधिक व्यक्ति कार्य करते हों, उन सभी में महिला कर्मियों को सुरक्षित माहौल देने के लिए चार से पांच सदस्यीय आंतरिक परिवाद समिति का गठन किया गया है। इस कमेटी में पीठासीन अधिकारी उच्च स्तर की महिला अधिकारी का होना अनिवार्य है। जिला स्तर पर एक लोकल कमेटी का भी गठन किया गया है। सरकारी कार्यालयों में गठित कमेटी के साथ गैर सरकारी कार्यालय, कामकाजी महिलाओं के कार्य स्थलों पर भी ये कमेटियां बनानी अनिवार्य हैं। जिला स्तरीय कार्यशाला में डीएसपी के अलावा 65 सरकारी कार्यालयों में बनाई गई कमेटियों के पीठासीन अधिकारी व सरकारी तथा गैर सरकारी लगभग 130 सदस्यों ने भाग लिया।

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