कब बुलबल जीवन में आगे बढ़ने का अच्छा प्लेटफार्म: भारद्वाज
उप जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुभाष भारद्वाज ने कहा कि कब बुलबुल के माध्यम से छोटे बच्चे खेल-खेल में गुणवत्तापूर्वक शिक्षा ग्रहण करते हैं। इस तरह की गतिविधियों से बच्चे कठिन से कठिन पाठयक्रम को भी आसानी से याद कर लेते हैं। इससे बच्चों को रटने की आदत से निजात मिलती है।
जागरण संवाददाता, जींद: उप जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुभाष भारद्वाज ने कहा कि कब बुलबुल के माध्यम से छोटे बच्चे खेल-खेल में गुणवत्तापूर्वक शिक्षा ग्रहण करते हैं। इस तरह की गतिविधियों से बच्चे कठिन से कठिन पाठयक्रम को भी आसानी से याद कर लेते हैं। इससे बच्चों को रटने की आदत से निजात मिलती है। इसमें बच्चों में अनुशासन की भावना पनपती है। उप जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुभाष भारद्वाज सोमवार को शहर के जाइट स्कूल में जिला स्तरीय कब बुलबल उत्सव में विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे।
सुभाष भारद्वाज ने कहा कि कब बुलबल बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए अच्छा प्लेटफार्म मिलता है। यहां से बच्चे खेल-खेल में गुणवत्तापूर्वक शिक्षा के साथ-साथ नैतिक गुण भी अर्जित करते हैं। विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई के साथ-साथ इस तरह की गतिविधियां भी बेहद जरूरी हैं। जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ ने कहा कि इस तीन दिवसीय जिला स्तरीय कब बुलबल उत्सव के दौरान बच्चे अपने घर से दूर रहकर शिक्षा तो ग्रहण करेंगे ही, साथ ही यहां से काफी नई चीजें सीख कर निकलेंगे। इस तीन दिवसीय उत्सव के दौरान बच्चे स्वयं अपनी दिनचर्या का पालन कर आत्मनिर्भर बनेंगे। जाइट के निदेशक नरेंद्र नाथ शर्मा ने कहा कि उनके संस्थान द्वारा कब बुलबुल उत्सव में आने वाले बच्चों को हर प्रकार की सुविधा मुहैया करवाई गई है ताकि बच्चे इन तीन दिनों को पूरी तरह से यादगार बना सकें। इस अवसर पर कार्यक्रम में संतरो, विक्रम मलिक, नरेंद्र, भरपूर, महावीर, पुष्पा, गौरव, मोहन, प्रमोद, ऊषा भी विशेष तौर पर मौजूद रहे।