नागरिक अस्पताल में पानी का संकट, मरीज परेशान

गर्मी बढ़ने के साथ ही नागरिक अस्पताल में पानी का संकट गहराने लगा है। अस्पताल में एक सप्ताह से पानी की सप्लाई में दिक्कत आ रही है। जब जनस्वास्थ्य विभाग के पानी की सप्लाई का समय आता है तो वार्डो में पानी पहुंच जाता है लेकिन ट्यूबवेल के पानी की सप्लाई बंद होने के साथ ही फिर से पानी बंद हो जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Apr 2019 10:52 AM (IST) Updated:Mon, 08 Apr 2019 06:26 AM (IST)
नागरिक अस्पताल में पानी का संकट, मरीज परेशान
नागरिक अस्पताल में पानी का संकट, मरीज परेशान

जागरण संवाददाता, जींद : गर्मी बढ़ने के साथ ही नागरिक अस्पताल में पानी का संकट गहराने लगा है। अस्पताल में एक सप्ताह से पानी की सप्लाई में दिक्कत आ रही है। जब जनस्वास्थ्य विभाग के पानी की सप्लाई का समय आता है, तो वार्डो में पानी पहुंच जाता है, लेकिन ट्यूबवेल के पानी की सप्लाई बंद होने के साथ ही फिर से पानी बंद हो जाता है। इस कारण मरीजों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। अस्पताल में लोग मिनरल वाटर इस्तेमाल कर रहे हैं। पानी के लिए दुकानों में जाना पड़ता है, ऐसे में यहां मरीज परेशान हैं। इस अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज दूरदराज के क्षेत्रों से इलाज कराने आते हैं। ऐसे में अस्पताल में दाखिल महिला मरीजों को ज्यादा दिक्कतें पेश आ रही हैं। शनिवार को सुबह शौचालयों में भी पानी नहीं था। ऐसे में मरीजों को शौच जाने में दिक्कत रही, लेकिन सुबह आठ बजे के करीब पानी की सप्लाई शुरू होने से अस्पताल में पानी पहुंच गया और करीब तीन घंटे पानी चालू रहने के बाद फिर से बंद हो गया। इसके बाद करीब एक बजे से पांच बजे तक मरीज और परिजनों को पानी के लिए तरसते देखा गया। पानी के अभाव में शौचालयों की सफाई नहीं होने से लोग दुर्गध से त्रस्त रहे।

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वाटर कूलर पड़े खराब

नए भवन में मरीजों की सुविधा के लिए दो वाटर कूलर लगाए गए हैं। अस्पताल के गायनी वार्ड में गर्भवती महिलाओं के साथ उनके परिजनों की काफी भीड़ रहती है, लेकिन वहां पर लगा वाटर कूलर खराब पड़ा है। इसके कारण मरीजों को पीने के पानी के लिए पुराने भवन में लगे पानी की टंकी की तरफ रुख करना पड़ता है। अस्पताल में इलाज कराने के लिए पांच रुपये की पर्ची कटती है यानि इलाज पांच रुपये में मिल जाता है, लेकिन पीने के पानी के लिए 20 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। मरीज के परिजन या तो 20 रुपये खर्च करते हैं या घर से ही बोतलों में पानी लेकर आते हैं।

शौचालय में नहीं आता पानी

महिला इंद्रा देवी ने बताया कि नागरिक अस्पताल के शौचालयों में सुबह और दोपहर बाद पानी नहीं आता है, जिससे मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है। सुबह के समय गंदगी फैल जाती है। शौच के लिए उन्हें नागरिक अस्पताल में बने शौचालयों के चक्कर काटने पड़ते हैं। किसी शौचालय में पानी मिल भी जाता है, लेकिन ज्यादातर शौचालय में सुबह के समय पानी की सप्लाई नहीं होती।

पीने के पानी की कोई सुविधा नहीं

विनोद धड़ौली ने बताया कि वह अपनी मां का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल में आया है। दो दिन से वह अस्पताल में ही, लेकिन यहां पीने के पानी की कोई सुविधा नहीं है। उन्हें 20 रुपये में पानी की बोतल लेनी पड़ती है और दिन में दो से तीन बोतल पानी की लग जाती है। अस्पताल में पानी की सप्लाई तक नहीं होती। एक दिन पहले जब पानी की सप्लाई आई तो उसमें से पानी भरकर उसकी मां को पिला दिया तो उसको उल्टी लग गई। इसके बाद दुकान से पानी खरीदकर पिलाना पड़ रहा है।

वाल्व खराब होने से पानी की सप्लाई हो रही प्रभावित

नए भवन की टंकी की वाल्व खराब हो रही है। जब पानी आता है, तो नए भवन पर लगी टंकी के बजाय पूरे पानी को पुराने भवन की टंकी की तरफ कर देता है। इसके कारण टंकी में पानी नहीं चढ़ पाता है। इसके बारे में जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया है। जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा।

डॉ. गोपाल गोयल, एमएस नागरिक अस्पताल, जींद।

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