किलाजफरगढ़ में अंडरपास की मांग को लेकर ग्रामीणों ने की नारेबाजी

गांव किलाजफरगढ़ में अंडरपास की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 09:21 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 09:21 AM (IST)
किलाजफरगढ़ में अंडरपास की मांग को लेकर ग्रामीणों ने की नारेबाजी
किलाजफरगढ़ में अंडरपास की मांग को लेकर ग्रामीणों ने की नारेबाजी

संवाद सूत्र, जुलाना: गांव किलाजफरगढ़ में अंडरपास की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया। ग्रामीणों ने कहा कि अगर प्रशासन अंडरपास की मंजूरी नहीं देता है तो ग्रामीण जल्द ही आंदोलन की शुरुआत करेंगे।

ग्रामीण रामधारी, रामकिशन, सुरेंद्र, कुलदीप, प्रदीप ने कहा कि वो गांव के अंडरपास की मांग को लेकर उपायुक्त से लेकर एमपी तक के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन उन्हें केवल कोरा आश्वासन ही हाथ लगा है। ग्रामीणों ने कहा कि सड़क के दूसरे किनारे पर मंदिर, तालाब, श्मशान घाट व जलघर हैं जहां पर अक्सर ग्रामीणों को जाना होता है। अंडरपास नहीं बनेगा तो ग्रामीण सड़क के दूसरी ओर जाने से महरूम होंगे।

ग्रामीणों की मांग है कि सड़क के दूसरे ओर जाने के लिए अंडरपास बनाया जाए। प्रशासन द्वारा अंडरपास की मंजूरी नही मिलती है तो ग्रामीण आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। इस मौके पर ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट किया।

विधवा महिलाओं को स्वरोजगार के लिए तीन लाख तक मिलता लोन

जासं, जींद : महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरियाणा सरकार स्वरोजगार को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए हरियाणा महिला विकास निगम की ओर से राज्य की विधवा महिलाओं को अपना स्वयं का व्यवसाय करने के लिए बैंक के माध्यम से तीन लाख रुपये तक का ऋण आसान किस्तों में कम ब्याज पर उपलब्ध कराया जाता है।

डीसी डा. आदित्य दहिया ने कहा कि पात्र महिलाएं सरकार की इस कल्याणकारी योजना का लाभ उठाकर अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाएं। विधवा महिलाओं को बैंकों के माध्यम से तीन लाख रुपये तक के बैंक ऋण के ऊपर ब्याज की प्रतिपूर्ति हरियाणा महिला विकास निगम द्वारा अनुदान के रूप में अदा की जाएगी। जिसकी अधिकतम सीमा 50 हजार रुपये लोन की अवधि तीन वर्ष जो भी पहले होगी, ब्याज सब्सिडी दी जाती है। इन पैसों से महिला अपना खुद का गुजारा कर सकती हैं। महिला की वार्षिक आय तीन लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके लिए मसाला यूनिट, डोना बनाना, रेडीमेड गारमेंट्स, ब्यूटी पार्लर, आटो रिक्शा, परचून की दुकान, कास्मेटिक दुकान, बुटीक, स्कूल यूनिफार्म, बैग बनाना व अचार बनाना इत्यादि का प्रशिक्षण लिया होना चाहिए।

chat bot
आपका साथी