जींद की चंद्रलोक कालोनी में सीवर लाइन बिछाने के लिए उखाड़ी गली नहीं की ठीक

जयति जयति हिदू महान संगठन व चंद्रलोक कालोनी के लोगों ने कई महीनों से टूटी पड़ी सड़क को बनवाने के लिए जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 09:45 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 09:45 AM (IST)
जींद की चंद्रलोक कालोनी में सीवर लाइन बिछाने के लिए उखाड़ी गली नहीं की ठीक
जींद की चंद्रलोक कालोनी में सीवर लाइन बिछाने के लिए उखाड़ी गली नहीं की ठीक

जागरण संवाददाता, जींद : जयति जयति हिदू महान संगठन व चंद्रलोक कालोनी के लोगों ने कई महीनों से टूटी पड़ी सड़क को बनवाने के लिए जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। संगठन के राष्ट्रीय संयोजक अतुल चौहान ने बताया कि पटियाला चौक से चंद्रलोक कालोनी की तरफ जाने वाली सड़क को जन स्वास्थ्य विभाग ने सीवर लाइन बिछाने के लिए तोड़ा था। कई महीने बीत जाने के बाद भी उस सड़क को ठीक नहीं किया गया। सड़क पर जगह जगह गड्ढे बन गए हैं। जिसके कारण रोज यहां किसी ना किसी के साथ दुर्घटना होती रहती है। पिछले दिनों एक कालोनी निवासी का गड्ढे में बाइक गिरने से हाथ टूट गया था और उसकी बाइक को भी काफी नुकसान पहुंचा था। बारिश के दिनों में तो परेशानी और बढ़ जाती है। कई बार अधिकारियों को भी अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन उनकी इस समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। अतुल चौहान ने कहा कि अगर जल्द इस सड़क का निर्माण कार्य चालू नहीं हुआ, तो प्रशासन के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस मौके पर विजेंद्र सिवाच, आनंद, मुन्ना नायक, मोहित, संसार, गुरमीत सचदेवा, राकेश, मनोज, सोमबीर, सुमित, शुभम कश्यप मौजूद रहे।

सकारात्मक विचारों से मनुष्य होता पवित्र व समृद्ध : मुनि

संसू, नरवाना : जैन स्थानक में चल रहे चातुर्मास के दौरान पधारे अरूण मुनि महाराज ने कहा कि हर कार्य को आध्यात्मिक दृष्टि से करना चाहिए। धर्म के बिना कमाया गया धन, फलदायक नहीं होता। कर्मों की सीमा नहीं होती, इसलिए हर कर्म को सोच कर कमाओ। सुंदर विचारों का खजाना होने से आदमी पतित एवं समृद्ध होता है।

उन्होंने कहा कि नकारात्मक विचारों में जीना नारकीय होता है। शुभ विचारों के जादू से जीते जी स्वर्ग देखो। नकारात्मक विचारों से घर, समाज और राष्ट्र प्रदूषित होता है। दुनिया में सुख-दुख नहीं है, विचारों के कारण ही व्यक्ति सुखी-दुखी होता है। मुनि महाराज ने कहा कि नक्षत्र विज्ञान की बजाय विचार विज्ञान की ओर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। नकारात्मक विचारों के कारण शरीर में बीमारियां उत्पन्न होती हैं। हमारे शरीर पर ग्रहों का प्रभाव सिर्फ 10 प्रतिशत और अच्छे विचारों का प्रभाव 90 प्रतिशत पड़ता है। कभी-कभी नकारात्मक विचारों का भी उपवास करना चाहिए। अच्छे विचारों से ही सारी शक्तियां नतमस्तक हो जाती हैं।

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