लोक कला संस्कृति को जिदा रखने के लिए सांझी उत्सव जरूरी: डा. राजेश भोला

जींद के गांव ढिगाना में हरियाणा कला परिषद रोहतक मंडल व सत्यराज लोक कला सदन के संयुक्त तत्वावधान में चल रही नौ दिवसीय मनोहरी सांझी उत्सव का समापन हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 08:27 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 08:27 AM (IST)
लोक कला संस्कृति को जिदा रखने के लिए सांझी उत्सव जरूरी: डा. राजेश भोला
लोक कला संस्कृति को जिदा रखने के लिए सांझी उत्सव जरूरी: डा. राजेश भोला

जागरण संवाददाता, जींद: गांव ढिगाना में हरियाणा कला परिषद रोहतक मंडल व सत्यराज लोक कला सदन के संयुक्त तत्वावधान में चल रही नौ दिवसीय मनोहरी सांझी उत्सव का समापन हो गया। जींद नागरिक अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. राजेश भोला ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।

प्रसिद्ध लोक कलाकार रविशंकर शर्मा ने समारोह की अध्यक्षता की। शिक्षाविद जोगिद्र मोर और हिसार से संगीता विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रही। नौ दिन तक चले इस सांझी उत्सव में गांव की महिलाओं और लड़कियों ने अपनी -अपनी सांझी भी बनाई। सांझी भी प्रदर्शनी में लगाई गई। 20 सांझियों में सांझी प्रतियोगिता भी आयोजित करवाई गई। जिसमें प्रथम पुरस्कार इशिका, दूसरा पुरस्कार शीतल, तृतीय पुरस्कार कुमारी प्रिया ने जीता और हरीश कुमार ने सांत्वना पुरस्कार जीता। हरियाणा कला परिषद रोहतक मंडल की ओर से सांझी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले प्रतिभागी इशिका को 3100 सौ रुपये, दूसरा पुरस्कार जीतने वाली शीतल को 2100 तथा तीसरे पुरस्कार विजेता कुमारी प्रिया को 1500 रुपये तथा सांत्वना पुरस्कार जीतने वाले हरीश कुमार को 1100 रुपये की नकद राशि व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। 21 महिलाओं को कला परिषद की ओर से 500 रुपये की नगद राशि देकर सम्मानित भी किया गया। डा. राजेश भोला ने कहा कि हरियाणा सरकार की लोक कला संस्कृति जो पराई होती जा रही है। उसे जिदा रखने की दिशा में सांझी उत्सव का आयोजन करना जरूरी है। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रसिद्ध लोक कलाकार रवि शंकर शर्मा ने बताया कि लोक कला संस्कृति और विरासत को युवा पीढ़ी तक पहुंचाना जरूरी है।

chat bot
आपका साथी