मालश्री खेड़ा के प्राइमरी स्कूल में छह माह से टीचर नहीं, कैसे हो पढ़ाई

जींद जिले के मालश्री खेड़ा में ऐसा सरकारी स्कूल भी है जिसमें छह माह से कोई भी टीचर नहीं है। प्राइमरी स्कूल के बच्चों को कक्षा छह से आठ कक्षा वाले टीचर पढ़ा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:24 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:24 AM (IST)
मालश्री खेड़ा के प्राइमरी स्कूल में छह माह से टीचर नहीं, कैसे हो पढ़ाई
मालश्री खेड़ा के प्राइमरी स्कूल में छह माह से टीचर नहीं, कैसे हो पढ़ाई

जागरण संवाददाता, जींद : सरकारी स्कूलों में कोरोना काल में दो सालों में प्रदेश में करीब चार लाख छात्र संख्या बढ़ गई। शिक्षा विभाग और सरकार ने उपलब्धि के लिए पांच सितंबर को स्कूल मुखियाओं को सम्मानित भी किया गया। दूसरी तरफ जींद जिले के मालश्री खेड़ा में ऐसा सरकारी स्कूल भी है, जिसमें छह माह से कोई भी टीचर नहीं है। प्राइमरी स्कूल के बच्चों को कक्षा छह से आठ कक्षा वाले टीचर पढ़ा रहे हैं। यहां टीचर भेजने को लेकर ग्राम पंचायत भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मांग कर चुकी है। लेकिन अब तक एक टीचर भी नहीं भेजा गया है। मालश्री खेड़ा के प्राइमरी स्कूल में दो जेबीटी टीचर थे। जो मार्च में इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर के चलते दूसरे स्कूल में चले गए। उसके बाद यहां किसी टीचर की ज्वाइनिग नहीं हुई है। पहली से पांचवी कक्षा तक स्कूल में 38 छात्र हैं। कोरोना की वजह से कक्षाएं लग नहीं लग रही थी। जिस कारण इन बच्चों को आनलाइन होमवर्क में भी दिक्कत आई। ------------ पांच साल से जेबीटी के ट्रांसफर नहीं हुए हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला कोषाध्यक्ष भूप वर्मा ने कहा कि बहुत से सरकारी स्कूलों में टीचर्स के पद खाली पड़े हैं। पांच साल से जेबीटी टीचर्स के ट्रांसफर नहीं हुए हैं। जिससे इस तरह की दिक्कत आ रही है। जेबीटी के आनलाइन ट्रांसफर किए जाएं और स्वीकृत पदों पर टीचर्स की नियुक्ति की जानी चाहिए। ------------- उच्च अधिकारियों से करेंगे बात : डीईईओ जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सदानंद वत्स ने बताया कि इस स्कूल का मामला उनके संज्ञान में है। जिला स्तर पर वे डेपुटेशन पर दूसरे स्कूल से टीचर नहीं भेज सकते हैं। इस मामले में उच्च अधिकारियों से बात करेंगे। तब तक दूसरे शिक्षकों की बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी लगाई हुई है।

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