देश का किसान सरकार की कुर्सी को उखाड़कर ही लेगा दम : बलबीर
बद्दोवाल टोल धरने के 171वें दिन की अध्यक्षता दिलबाग सिंह ने की और क्रमिक भूख हड़ताल पर कई लोग बैठे।
संवाद सूत्र, नरवाना : बद्दोवाल टोल धरने के 171वें दिन की अध्यक्षता दिलबाग सिंह ने की और क्रमिक भूख हड़ताल पर ईस्माइलपुर से रणधीर मोर, ढाकल से रघबीर, बद्दोवाल से अनंतराम, जयवीर दनौदा व रमेश कर्मगढ़ बैठे।
धरने पर ईस्माइलपुर, खानपुर, खरडवाल, ढाबी टेकसिंह, नारायणगढ़, रेवर, डूमरखां कलां, डूमरखां खुर्द, झील तथा आसपास के अनेकों गांव के किसान मौजूद रहे। मुख्य वक्ता किसान नेता मा. बलबीर सिंह ने कहा कि जो किसान छह महीने से भी ज्यादा दिल्ली बार्डर या विभिन्न टोल पर सर्दी, गर्मी व बरसात को झेलता हुआ बैठा है। वो सरकार की साजिशों की कहां परवाह करने वाला है। यहां तक बार-बार आने वाले आंधी-तूफानों ने उनके टैंट उखाड़े हैं, जिनका असर यह होगा कि देश का यह किसान एक दिन सरकार की कुर्सी को उखाड़ कर ही दम लेगा। साल 2015-2016 के राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आकड़ों के अनुसार भारत में 36 प्रतिशत बच्चे कमजोर और खून की कमी वाले हैं और लाखों बच्चे हर साल कुपोषण के कारण काल का ग्रास बन जाते हैं। इन काले कृषि कानूनों के लागू होने के बाद यह स्थिति और भी खतरनाक हो जाएगी। शीशपाल चहल ने कहा कि हमें सत्ता की नीतियों को समझना जरूरी है। सरकार अनेकों तरह की अड़चनें आंदोलन में डालने का प्रयास करेगी, लेकिन हम उन्हें पार करते हुए आगे बढ़ते जाएंगे।
चांदीराम कलौदा ने एकता पर जोर देते हुए कहा कि यदि इसी प्रकार आंदोलन चलता रहा, तो सरकार को एक दिन मुंह की खानी पड़ेगी। इस अवसर पर बिरेंद्र, राममेहर, महेंद्र गोयत, सुनील बद्दोवाल, दलबीर, मा. सतबीर, बलराज मौजूद रहे।