सुनील सुहाग बने राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संगठन के प्रांत अध्यक्ष

राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संगठन के तत्वावधान में शनिवार को सैनिक वाटिका में पूर्व सैनिक सम्मेलन हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Mar 2021 07:54 AM (IST) Updated:Sun, 07 Mar 2021 07:54 AM (IST)
सुनील सुहाग बने राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संगठन के प्रांत अध्यक्ष
सुनील सुहाग बने राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संगठन के प्रांत अध्यक्ष

जागरण संवाददाता, जींद : राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संगठन के तत्वावधान में शनिवार को सैनिक वाटिका में पूर्व सैनिक सम्मेलन हुआ। इसमें 15 जिलों के 300 सैन्य नारी शक्ति, पूर्व सैनिक, छह खापों के अध्यक्ष, सात गांवों के सरपंचों समेत समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि मेजर जनरल (रिटायर्ड) सुनील रहे। मंच संचालन कर्नल ताराचंद, सूबेदार मेजर रामकरण दलाल व सूबेदार रमेश कौशिक ने किया। कर्नल डीके भारद्वाज ने बताया कि सम्मेलन में सर्वसम्मति से मेजर जनरल (रिटायर्ड) सुनील सुहाग को राष्ट्रीय पूर्व सैनिक संगठन का प्रांत अध्यक्ष और कर्नल डीके भारद्वाज को उपाध्यक्ष चुना गया। सम्मेलन में सैनिकों और सैनिक परिवारजनों के मुद्दों, वन रैंक-वन पेंशन, सैनिक विधवा पेंशन, रिजर्विस्ट पेंशन, नॉन फंक्शनल अपग्रेड, सीएसडी कैंटीन, पूर्व सैनिकों को पहले जैसी टोल फ्री सुविधा, पूर्व सैनिक आरक्षित नौकरियों की भर्तियां, हर शहीद गांव में शहीद स्मारक व शहीद के नाम से किसी एक संस्था का नामकरण, जींद शहीद स्मारक का हियाणा युद्ध स्मारक के रूप में विस्तारीकरण, किसानों के हित के मसले व अन्य समाज सुधार विषयों पर चर्चा की गई। मौके पर टेकराम कंडेला, सतबीर पहलवान, ताराचंद अंबाला, जयसिंह सुहाग गुरुग्राम, बजरंग नागरथ पूंडरी, रमेश कौशिक कैथल, राजसिंह लाखनमाजरा, मोहनदत्त रोहतक, संदीप दीक्षित, राजबीर पानीपत, कपूर सिंह कटारिया सोनीपत, निर्मला परमार भिवानी, धर्मबीर सिंह हिसार, धर्मबीर सुहाग झज्जर, चंद्रप्रकाश विज पंचकूला, दलबीर लांबा महेंद्रगढ़, जींद से कपूर सिंह गिल, वेद बरसोला, इंद्र भारद्वाज, रामकरण दलाल मौजूद रहे। ई-गिरदावरी का कार्य सप्ताह में पूरा करने निर्देश

संवाद सूत्र, नरवाना : उपमंडल में ई-गिरदावरी के पुनर्निरीक्षण का कार्य पूरी संजीदगी एवं जिम्मेदारी के साथ किया जाना चाहिए। यह कार्य पूरे उपमंडल में गठित सभी टीमों द्वारा एक सप्ताह में पूरा होना चाहिए। पुनर्निरीक्षण का कार्य मौका मुआयना करने के उपरांत ही हो ताकि कोई अनियमितता न रहे। यह निर्देश एसडीएम सुरेंद्र बैनीवाल ने प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों को लघु सचिवालय में विशेष बैठक में दिए। एसडीएम सुरेंद्र बैनीवाल ने स्पष्ट किया कि सभी 59 गांवों में गिरदावरी व ई-गिरदावरी का कार्य किया जा चुका है। इस कार्य में विशेष रूप से नहरी पटवारी, ग्राम सचिव व कृषि विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। कर्मचारियों की टीमें गांव-गांव जाकर यह सुनिश्चित करेंगे कि गिरदावरी में दर्शाए गए रकबा, खसरा, खेवट तथा मरबा में फसल का विवरण सही है या इसमें किसी प्रकार की विभिन्नता है। पूरी तस्दीक के बाद प्राप्त सही विवरण क्रॉप बुकिग नामक नए पोर्टल पर डालें। पटवारी पर ही किसानों का इस मामले में पूर्ण विश्वास होता है। लिहाजा इस प्रक्रिया से जुड़े सभी कर्मचारी अपनी कार्य-कुशलता का परिचय दें। यह कार्य हर लिहाज से एक सप्ताह में मुकम्मल होना चाहिए। बैठक में तहसीलदार विजय कुमार, नायब तहसीलदार वीरेंद्र कुमार, एसडीओ कृषि विभाग डा. देवेंद्र सिंह बाजवा, डा. कुलदीप शर्मा मौजूद रहे।

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