लॉकडाउन में दुकानदार, सब्जियों और जरूरी खाद्य वस्तुओं के वसूल रहे ज्यादा दाम

कोरोना महामारी के बीच दुकानदार और फुटकर विक्रेता लॉकडाउन का फायदा उठा रहे हैं। जिससे जरूरी घरेलू जरूरत व खाने-पीने की वस्तुओं के रेट बढ़ गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 08:34 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 08:34 AM (IST)
लॉकडाउन में दुकानदार, सब्जियों और जरूरी खाद्य वस्तुओं के वसूल रहे ज्यादा दाम
लॉकडाउन में दुकानदार, सब्जियों और जरूरी खाद्य वस्तुओं के वसूल रहे ज्यादा दाम

जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना महामारी के बीच दुकानदार और फुटकर विक्रेता लॉकडाउन का फायदा उठा रहे हैं। जिससे जरूरी घरेलू जरूरत व खाने-पीने की वस्तुओं के रेट बढ़ गए हैं। लॉकडाउन का बहाना लगाकर मनमाने दामों पर सामान बेचा जा रहा है। प्याज पहले 16 से 18 रुपये किलो बिक रहा था। अब प्याज 25 से 30 रुपये किलो मिल रहा है। वहीं आलू के रेट भी 12 से 15 रुपये प्रति किलो थे। अब 20 से 25 रुपये किलो आलू मिल रहा है। इसी तरह बाकी सब्जियों के भाव भी फुटकर विक्रेता और रेहड़ी वाले ज्यादा वसूल रहे हैं।

वहीं तेल, चीनी, आटा, गुड़ व पैकेट बंद अन्य चीजों के भी भाव बढ़ गए हैं। गांवों में तो पैकिग पर निर्धारित रेट से ज्यादा कीमत वसूली जा रही है। दुकानदार हवाला दे रहे हैं कि पीछे से सामान नहीं मिल रहा है और थोक विक्रेताओं ने भाव बढ़ा दिए हैं। बच्चों के खाने वाली पैकिग वाली जो चीजें पांच रुपये में मिलती हैं, उनके भी दुकानदार आठ से 10 रुपये वसूल रहे हैं। वहीं बीड़ी-सिगरेट की तो दुकानदार मुंह मांगी कीमत वसूल रहे हैं।

लॉकडाउन के दौरान जरूरी खाद्य वस्तुओं की कालाबाजारी रोकने के लिए प्रशासन रेट लिस्ट जारी करेगा। बुधवार को जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने मार्केट से जरूरी खाद्य वस्तुओं के रेट मंगवा कर रेट लिस्ट तय की है। जिसे मंजूरी के लिए डीसी डा. आदित्य दहिया को भेजा गया है। वीरवार को डीसी की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद रेट लिस्ट जारी की जा सकती है।

ज्यादा रेट वसूलने वालों पर होगी सख्ती

डीएफएससी विरेंद्र सिंह ने बताया कि जरूरी खाद्य वस्तुओं के रेट निर्धारित कर लिस्ट जारी की जाएगी। लॉकडाउन की आड़ में जो दुकानदार ज्यादा रेट वसूल रहे हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ज्यादा रेट वसूले जाने की बातें सामने आई हैं। टीमें गठित कर छापेमारी की जाएगी। अगर कोई निर्धारित रेट से ज्यादा वसूल रहा है, तो उसकी शिकायत दें।

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