नंदीशाला में गोवंश की दयनीय हालत देख महाराज जगतानंद ने कहा, सोमवार तक व्यवस्था नहीं सुधारी तो कर देंगे रोड जाम
हांसी ब्रांच नहर के पास बनी नंदीशाला में शनिवार को गोरक्षक जगतानंद महाराज पहुंचे और यहां निरीक्षण कर व्यवस्था को देखा।
जागरण संवाददाता, जींद : हांसी ब्रांच नहर के पास बनी नंदीशाला में शनिवार को गोरक्षक जगतानंद महाराज पहुंचे और यहां निरीक्षण कर व्यवस्था को देखा। कई गोवंश की हालत काफी दयनीय मिली, जिस पर खफा जगतानंद महाराज ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर सोमवार तक व्यवस्था में सुधार को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए तो वह रोड को जाम कर देंगे और नंदीशला के गेट को खोलने से भी गुरेज नहीं करेंगे। डीसी से लेकर एसडीएम तक गोवंश के लिए रहने की व्यवस्था में सुधार को लेकर उचित कदम नहीं उठाए गए। गोवंश यहां भूखा मर रहा है और बारिश के कारण दलदल बन चुकी है, जिसमें गोवंश के लिए बैठने के भी उचित इंतजाम नहीं हैं।
शनिवार सुबह 11 बजे महाराज जगतानंद नंदीशाला पहुंचे। उनके साथ श्याम भक्त, किसान और गोभक्त सुमित लाठर, लविश, रामभक्त, अंकित, दीपक समेत कई लोग साथ थे। जगतानंद ने कहा कि मानसून की बारिश के चलते यहां पर कीचड़ हो गया है, जिससे गोवंश के बैठने की भी सही जगह नहीं मिल पा रही। गोवंश की देखभाल के लिए जिस चिकित्सक की ड्यूटी लगाई गई है, वह भी समय पर नहीं आ रहा। 14 से 15 कर्मचारी हैं, जो दिन-रात मेहनत कर गोवंश की सेवा में जुटे रहते हैं लेकिन गोवंश को देखते हुए इनकी संख्या काफी कम है। प्रशासन को यहां पर ज्यादा कर्मचारियों की तैनाती करनी चाहिए, ताकि गोवंश के भूखे मरने की नौबत नहीं आए। कई गोवंश काफी बुरी तरह से घायल हो गए हैं और मरने की कगार पर पहुंच चुके हैं लेकिन उनकी कोई देखभाल नहीं हो रही। हर रोज यहां गोवंश मर रहे हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर सोमवार तक नंदीशाला में गोवंश के लिए रहने और खाने की व्यवस्था में सुधार को लेकर कोई प्रयास नहीं किया गया तो वह नंदीशाला के सामने ही एक साइड का रोड जाम कर देंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। अगर जरूरत पड़ी तो नंदीशाला का गेट भी खोल दिया जाएगा। सुमित लाठर ने कहा कि गोवंश यहां भूखा मर रहा है, खाने के लिए चारे की सही व्यवस्था नहीं है। नंदीशाला में रोककर गोवंश यहां व्यवस्था की भेंट चढ़ रहा है। इससे अच्छा तो इन्हें खुला छोड़ दिया जाए, जिससे इनके भूखा मरने की नौबत तो नहीं आएगी।