संत रविदास ने बंधुत्व व श्रम की महता मार्ग पर चलने के लिए किया प्रेरित : शिखा

संत नेकीराम पब्लिक स्कूल दनौदा में महान परोपकारी और धर्म सुधारक संत शिरोमणि गुरु रविदास का 644वां प्रकाशोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 07:44 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 07:44 AM (IST)
संत रविदास ने बंधुत्व व श्रम की महता मार्ग पर चलने के लिए किया प्रेरित : शिखा
संत रविदास ने बंधुत्व व श्रम की महता मार्ग पर चलने के लिए किया प्रेरित : शिखा

सूत्र, नरवाना : संत नेकीराम पब्लिक स्कूल, दनौदा में महान परोपकारी और धर्म सुधारक संत शिरोमणि गुरु रविदास का 644वां प्रकाशोत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्राचार्या शिखा शर्मा ने गुरु रविदास द्वारा बताए गए बंधुत्व, भाईचारे और श्रम की महत्ता जैसे मार्गों पर चलने के लिए प्रेरित किया। प्रबंधक विपुल सहारण ने बताया कि संत रविदास लोगों को मनुष्य की जाति या धर्म के चश्में से नहीं, बल्कि मानवता के आधार पर देखने का आह्वान करते थे। इसलिए हमें जातिवाद व धर्मिक भेदभावों से दूर रहकर एक सभ्य और सुशिक्षित समाज का निर्माण करना चाहिए।

सीआरएसयू में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर हुआ वेबिनार

जासं, जींद : चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर वेबिनार हुआ। इसमें कॉलेज के विद्यार्थियों, शिक्षकों और आम जनता के लिए खुला दरबार लगाया गया। कार्यक्रम को डा. सुनील रोहिल्ला ने समन्वित किया। डीन ऑफ कॉलेज डा. आनंद कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि विज्ञान दिवस रमन प्रभाव की पथ प्रदर्शक खोज को मनाने के लिए आयोजित किया जाता है।

डा. आरके कोटनाला ने हाईड्रोइलेक्ट्रिक सेल के क्रांतिकारी ग्राउंड ब्रेकिग आविष्कारक, सीएसआइआर-एनपीएल से दुनिया में पहली बार पानी की कुछ बूंदों से बिजली उत्पादन की अवधारणा को रेखांकित किया। हाईड्रोइलेक्ट्रिक सेल विभिन्न प्रकार के उपभोक्ता उत्पादों के लिए बहुत उपयोगी है क्योंकि विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में प्रकाश व्यवस्था के लिए बैट्री की शक्ति बहुत ही लाभदायक होगी। वैज्ञानिक डॉ. अंजना डोगरा भी वेबिनार में शामिल हुई। प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने मुख्यअतिथि की भूमिका अदा की।

उन्होंने कहा कि मानव कल्याण के लिए विज्ञान के क्षेत्र में सभी गतिविधियों, प्रयासों और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने और विज्ञान के विकास के लिए नई तकनीकों को लागू कर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। वेबिनार में प्रो. एसके सिन्हा के अलावा डा. निशा भी शामिल हुई।

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