यात्रियों का टोटा झेल रही रोडवेज बसें, चार बसों में गए महज 76 यात्री

कोरोना की मार का असर रोडवेज के जींद डिपो पर भी देखने को मिल रहा है। जो रोडवेज बसें कभी ओवरलोड होकर चलती थी और एक बस में 80 से 100 यात्री सवार हो जाते थे आज वह बसें यात्रियों के लिए तरस रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 09:35 AM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 09:35 AM (IST)
यात्रियों का टोटा झेल रही रोडवेज बसें, चार बसों में गए महज 76 यात्री
यात्रियों का टोटा झेल रही रोडवेज बसें, चार बसों में गए महज 76 यात्री

जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना की मार का असर रोडवेज के जींद डिपो पर भी देखने को मिल रहा है। जो रोडवेज बसें कभी ओवरलोड होकर चलती थी और एक बस में 80 से 100 यात्री सवार हो जाते थे, आज वह बसें यात्रियों के लिए तरस रही हैं। बस में 30 यात्री भी नहीं हो पा रहे। शनिवार को जींद डिपो से चार बसें निकली, जिनमें केवल 76 यात्री सवार थे। कोरोना के डर से लोग अभी भी घरों से बाहर कम निकल रहे हैं और जो निकल रहे हैं, वह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा नहीं लेना चाह रहे।

शनिवार को जींद बस अड्डे से पंचकूला, रोहतक और हिसार के लिए बसें निकली। सुबह साढ़े सात बजे हिसार के लिए निकली बस में केवल 12 यात्री ही सवार थे तो उसी समय रोहतक के लिए निकली बस में 10 यात्री सवार थे। उसके बाद साढ़े 10 बजे रोहतक के लिए गई बस में 24 यात्रियों ने सफर किया। 11 बजे पंचकूला जाने वाली बस में जरूर 30 यात्री सवार थे। पंचकूला जाने वाले सभी यात्रियों ने अपनी ऑनलाइन टिकट बुक करवाई थी, जबकि रोहतक और हिसार जाने वाले कुछ यात्रियों ने ऑनलाइन तो कुछ की काउंटर पर ही टिकट काटी गई। बस अड्डे पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो यात्रियों की थर्मल स्कैनिग और सैनिटाइज करने का काम करते हैं। बिना थर्मल स्कैनिग के किसी भी यात्री को बस में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा।

पंचकूला को छोड़ बाकी रूटों पर हो रहा घाटा

बात की जाए जींद से निकलने वाली चारों बसों की तो पंचकूला को छोड़ बाकी सभी रूटों से जींद डिपो को घाटा हो रहा है। जींद से रोहतक के सफर में एक तरफ का किराया 66 रुपये बनता है। इस रूट पर मुश्किल से 10 से 15 यात्री सफर कर रहे हैं तो कुल मिलाकर यात्रियों से टिकटों के रूप में आमदनी तो 660 से 800 रुपये तक की होती है। वापसी में बसें खाली आ रही हैं। रोहतक तक आने और जाने में ही बस का 1800 रुपये का डीजल खर्च हो रहा है। बस की मेंटेनेंस का खर्च अलग से होता है।

सभी रूटों पर बसों को चलाने का प्रयास : जीएम

जींद डिपो के जीएम बिजेंद्र हुड्डा ने कहा कि कुछ ही रूटों पर बसें चल रही हैं। बाकी रूटों पर यात्री ही नहीं मिल पा रहे। पंचकूला, और रोहतक तथा हिसार रूट पर बसें नियमित रूप से चल रही है, जल्द ही दूसरे रूटों पर भी सर्विस बढ़ेगी।

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