नगूरां में सड़क टूटी, धूल से दुकानदारों का जीना हराम

संवाद सहयोगी, अलेवा: विधायक प्रेमलता के उचाना हलके के नगूरां गांव में जींद-कैथल मार्ग पर पी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Oct 2018 11:29 PM (IST) Updated:Thu, 18 Oct 2018 11:29 PM (IST)
नगूरां में सड़क टूटी, धूल से दुकानदारों का जीना हराम
नगूरां में सड़क टूटी, धूल से दुकानदारों का जीना हराम

संवाद सहयोगी, अलेवा:

विधायक प्रेमलता के उचाना हलके के नगूरां गांव में जींद-कैथल मार्ग पर पीडब्ल्यूडी द्वारा डाली गई मिट्टी से उड़ रही धूल सीधे लोगों के घरों तथा दुकानों के अंदर पहुंचकर रही है। इससे गांव के लोगों और दुकानदारों का जीना हराम हो गया है। काफी लोग खांसी व सांस की बीमारी होने लग गई है। इससे लोगों में विभाग व सरकार के प्रति रोष बढ़ रहा है।

दुकानदारों और गांव के लोगों ने विभाग को चेताते हुए कहा कि चाहे तो जल्द से जल्द नगूरां गांव में डाली मिट्टी पर पानी छिड़काव करें या फिर सड़क बनाने का काम करें नहीं तो फिर गांव के लोगों को मजबूरन सड़क को जाम करने पर मजबूर होना पड़ेगा। नगूरां गांव में करीब पांच माह से जींद-कैथल मार्ग के टूटा होने के कारण संबंधित विभाग द्वारा उस पर मिट्टी डाली गई थी। लेकिन अभी तक सड़क बनाने का कार्य नहीं किया जा रहा। स्वास्थ्य से हो रहा खिलवाड़

पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क पर डाली मिट्टी वाहनों की रफ्तार के कारण घरों व दुकानों में आ रही है। इससे लोगों को सांस लेने में भी परेशानी हो रही है। संबंधित विभाग जानबूझकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा।

जसवंत, सरपंच नगूरां

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श्वास के रोगियों के लिए धूल बनी अभिशाप

रणधीर नंबरदार ने बताया कि सड़क पर उड़ रही धूल श्वास के रोगियों के लिए एक अभिशाप बन रही है। श्वास के रोगी दिनों-दिन सड़क से उठ रही धूल से परेशान अस्पतालों में दवा लेने पर मजबूर हो रहे हैं।

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मिट्टी डालकर सड़क बनानी भूला विभाग

नरेंद्र दलाल ने कहा कि संबंधित विभाग चाहे तो सड़क पर डाली मिट्टी के कारण उठ रही धूल पर पानी का छिड़काव कर कुछ हद तक धूल से लोगों को छुटकारा दिलवा सकता है। लेकिन संबधित विभाग सड़क पर एक बार मिट्टी डालकर बिलकुल भूल चुका है और इसका खामियाजा लोगों को स्वास्थ्य के मामले में भुगतना पड़ रहा है।

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धूल से हो सकता है दमा के रोगियों को अटैक

सीएचसी कंडेला के एसएमओ डॉ. जितेंद्र से बात की गई तो उन्होंने बताया कि धूल भरे गुब्बारे दमा के रोगियों के लिए किसी जानलेवा बीमारी से कम नहीं है। धूल के कारण दमा के रोगी के लिए इन्फेक्शन का खतरा बढ जाता हे और दमा अटैक भी आ सकता है। इसलिए बेहतर होगा दमा के रोगी धूल से बचे या फिर मास्क लगाकर धूल वाले स्थान से निकलें।

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टेंडर पास होते ही सड़क का काम शुरू: एक्सईएन

इस मामले को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग नरवाना के एक्सईएन सुलतान कौशिक से बात की गई तो बताया कि सड़क का टेंडर लग चुका है। पास के लिए ऊपर भेजा है। पास होते ही सड़क को बनवा दिया जाएगा।

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