गांवों में प्रति एकड़ रुपये एकत्रित करके दिल्ली जाने की तैयारी

तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान मोर्चा के नेताओं द्वारा दिल्ली के रिग रोड पर ट्रैक्टर यात्रा के आह्वान पर गांवों में इसको लेकर तैयारियां चल रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 07:00 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 07:00 AM (IST)
गांवों में प्रति एकड़ रुपये एकत्रित करके दिल्ली जाने की तैयारी
गांवों में प्रति एकड़ रुपये एकत्रित करके दिल्ली जाने की तैयारी

संवाद सूत्र, उचाना: तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान मोर्चा के नेताओं द्वारा दिल्ली के रिग रोड पर ट्रैक्टर यात्रा के आह्वान पर गांवों में इसको लेकर तैयारियां चल रही हैं। कई गांवों के ग्रामीण तो ट्रैक्टरों के काफिलों के साथ दिल्ली रवाना भी हो चुके है। गांव में प्रति एकड़ के हिसाब से राशि एकत्रित की जा रही है।

करसिधु गांव में वीरवार रात को ट्रैक्टरों में डीजल डाला गया तो बुडायन गांव से ट्रैक्टरों का काफिला दिल्ली की तरफ कूच कर गया। गांव में ट्रैक्टरों की सूची भी बनाई जा रही है ताकि पता लग सकें कि गांव से कितने ट्रैक्टर दिल्ली जाएंगे। घोघड़ियां गांव के बाद छातर, करसिधु, बड़ौदा, बुडायन, उचाना खुर्द, उचाना कलां गांव में किसानों द्वारा प्रति एकड़ के हिसाब से राशि एकत्रित की जा रही है। गांव के लोगों ये भी फैसला कर चुके है कि अगर किसी तरह की नुकसान इस यात्रा में होता है उस नुकसान की पूरी भरपाई गांव करेगा। खाद्य सामग्री भी ले जा रहे साथ

ट्रैक्टर पर भाकियू के झंडे के अलावा तिरंगा किसान लगा रहे हैं। सर्दी का मौसम देखते हुए अलाव जलाने के लिए लकड़ी भी साथ ले जा रहे हैं। खाद्य सामग्री जिसमें चीनी, दाल, सब्जी के अलावा आटा सहित अन्य सामान किसान ट्रैक्टर में लेकर जा रहे है। किसान आंदोलन पर आधारित गानों को ट्रैक्टर पर लगे लाउडस्पीकर पर बजा कर किसान जोश भी पैदा कर रहे हैं। गाड़ियों में भी किसान दिल्ली बॉर्डर धरने पर पहुंच रहे हैं। गांव के लोगों ने ऐसी व्यवस्था भी की है कि वहां से अगर किसान गांव आते हैं तो उस गाड़ी में गांव से दूसरे किसान आंदोलन में जाएंगे। हर परिवार से एक व्यक्ति की भागीदारी आंदोलन में सुनिश्चित की जा रही है। हक के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार

किसान आनंद, धर्मपाल, सुनील, श्रवण, दीपक ने कहा कि कई सालों के बाद ऐसा हुआ है जब देश में इतना बड़ा आंदोलन हुआ है। आज किसान अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहा है। इस लड़ाई में हर तरह की कुर्बानी किसान देने को तैयार है। दो महीने होने को हैं, दिल्ली बॉर्डर पर किसान शांति पूर्वक धरना दे रहा है। अनुशासन से धरना देकर किसान अपनी मांग को पूरा करने की मांग केंद्र सरकार से कर रहे है। सरकार हठ किए हुए है जो गलत है। किसानों की मांग जायज है इसलिए उसे केंद्र सरकार पूरा करें। पीएम नरेंद्र मोदी जिद्दी शासक न बन कर प्रजा के हित में फैसला ले। किसान आंदोलन आज जन आंदोलन बन गया है।

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