दोबारा बढ़ने लगा प्रदूषण, नगर परिषद ने पानी का छिड़काव किया बंद

जिले में प्रदूषण का स्तर अभी 300 के पार चल रहा है। शनिवार को पीएम 2.5 का औसतन स्तर 352 रहा। पिछले दिनों तेज हवा चलने और प्रशासन द्वारा निर्माण कार्य रोकने व पानी का छिड़काव करने से प्रदूषण का स्तर 300 के नीचे आ गया था। शहर में पिछले तीन दिनों से नगर परिषद द्वारा भी पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा। वहीं शहर के अंदर व बाहर निर्माण कार्य चल रहे हैं। जिससे धूल उड़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 11:11 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 11:11 PM (IST)
दोबारा बढ़ने लगा प्रदूषण, नगर परिषद ने पानी का छिड़काव किया बंद
दोबारा बढ़ने लगा प्रदूषण, नगर परिषद ने पानी का छिड़काव किया बंद

जागरण संवाददाता, जींद : जिले में प्रदूषण का स्तर अभी 300 के पार चल रहा है। शनिवार को पीएम 2.5 का औसतन स्तर 352 रहा। पिछले दिनों तेज हवा चलने और प्रशासन द्वारा निर्माण कार्य रोकने व पानी का छिड़काव करने से प्रदूषण का स्तर 300 के नीचे आ गया था। शहर में पिछले तीन दिनों से नगर परिषद द्वारा भी पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा। वहीं शहर के अंदर व बाहर निर्माण कार्य चल रहे हैं। जिससे धूल उड़ रही है।

गौरतलब है कि दीपावली पर जमकर हुई आतिशबाजी और उसके बाद फसल अवशेष जलाने के मामलों में हुई वृद्धि से प्रदूषण का स्तर लगातार दो सप्ताह तक 400 से ऊपर रहा। जिससे लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। इस दौरान जींद को देश का सबसे प्रदूषित शहर का भी टैग लग गया। जिसके बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई और नगर परिषद द्वारा सड़कों व पेड़ों पर पानी का छिड़काव शुरू किया गया था। नगर परिषद ने 22 नवंबर तक निर्माण कार्य भी बंद रखे। वहीं हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने टायर जलाकर तेल निकालने वाली फैक्ट्रियों को भी बंद कर दिया। प्रशासन की सख्ती से प्रदूषण का स्तर पिछले दिनों 300 के नीचे आ गय था। लेकिन अब दोबारा प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। पीडब्ल्यूडी के निर्माण कार्य पहले से ही जारी हैं। वहीं नगर परिषद ने भी 23 नवंबर से निर्माण कार्य शुरू कर दिए। निर्माण कार्यों के दौरान पानी छिड़काव का दावा तो किया जा रहा है, लेकिन फिर भी धूल उड़ रही है। वहीं ओवरलोड वाहनों का धुआं भी प्रदूषण बढ़ा रहा है। वहीं सड़क किनारे पड़ी धूल वाहनों के आवागमन के समय उड़ रही है। पानी छिड़काव के दिए जाएंगे निर्देश हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ मनीष यादव ने बताया कि टायर फैक्ट्रियां बंद हैं। प्रदूषण फैलाने वाली जो यूनिट हैं, उनका निरीक्षण किया जा रहा है और रात को भी छापेमारी की जा रही है। निर्माण कार्यों के दौरान उड़ रही धूल समेत प्रदूषण बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। पीडब्ल्यूडी और नगर परिषद को निर्माण कार्यों के दौरान धूल ना उड़े, इसके लिए पानी का छिड़काव करने के लिए बोला जाएगा।

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