जींद में कोरोना वैक्सीन लगवाने में दिलचस्पी नहीं ले रहे लोग
सामुदायिक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी वैक्सीनेशन के लिए लगातार जागरूक कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
संवाद सूत्र, जुलाना : सामुदायिक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी वैक्सीनेशन के लिए लगातार जागरूक कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। जुलाना सीएचसी में 22 जनवरी से वैक्सीनेशन का काम शुरू किया गया था लेकिन अभी तक मात्र 9433 लोगों ने ही वैक्सीन लगवाई है जिनमें से 18 से 44 वर्ष तक के लोगों को 3435 व 45 प्लस के 5998 लोगों को कोरोना से बचाव के लिए टीके लगाए गए हैं। वैक्सीनेशन के पांच माह बीत जाने के बाद भी लोगों में वैक्सीन को लेकर कई तरह की भ्रांतियां बनी हुई हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ समाजसेवी भी लगातार लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक कर रहे हैं।
लोगों को प्रशासन के साथ-साथ अन्य संगठनों को भी वैक्सीनेशन के लिए आगे आना चाहिए। वैक्सीनेशन के बाद किसी प्रकार की कोई भी समस्या नही होती, बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता और बढ़ती है।
-गुरदास सिंह, पूर्व अध्यक्ष भाविप जुलाना।
महामारी को देखते हुए वैक्सीन सुरक्षा का कवच है। सभी को वैक्सीन लगवाना चाहिए, जिससे अपना व अपने परिवार को स्वस्थ्स रखा जा सके। इससे देश कोरोना जैसी महामारी से उभर सकेगा। सरकार की हिदायतों का पालन करते हुए वैक्सीन लगवाना बहुत जरूरी है।
-आनंद लाठर, जनहित पर्यावरण सेवा समिति सदस्य। . कोरोना के खिलाफ जंग में हर नागरिक का परम कर्तव्य बनता है कि वह वैक्सीन अवश्य लगवाएं। कोरोना से बचाव का एकमात्र हथियार वैक्सीन ही है। इसलिए कोरोना वैक्सीन लगवाएं। लोगों को भी जागरूक करें। -जयनाराण रोहिल्ला, समाजसेवी जुलाना। कोरोना महामारी में बचाव के लिए वैक्सीन ही एकमात्र सहारा है। कोरोना महामारी में देश के डाक्टरों और वैज्ञानिक ने कोरोना से बचाव के लिए जो वैक्सीन बनाकर देश को बचाने का कदम उठाया है, वह काबिलेतारीफ है। इस लिए देश के हर नागरिक का दायित्व बनता है कि वो देश को बचाने के लिए वैक्सीन अवश्य लगवाएं। ---सुदर्शन अरोड़ा, प्रधान पंजाबी सभा जुलाना।