बसों में मास्क नहीं लगा रहे यात्री, संक्रमण फैलने का खतरा

जींद जिले में कोरोना का आंकड़ा 2 हजार के करीब पहुंच गया है लेकिन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 06:45 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 06:45 AM (IST)
बसों में मास्क नहीं लगा रहे यात्री, संक्रमण फैलने का खतरा
बसों में मास्क नहीं लगा रहे यात्री, संक्रमण फैलने का खतरा

जागरण संवाददाता, जींद : जिले में कोरोना का आंकड़ा 2 हजार के करीब पहुंच गया है लेकिन लोगों की लापरवाही कम नहीं हो रही। बाजार हो या दूसरी सार्वजनिक जगह, हर जगह बिना मास्क के घूमते दिखाई दे रहे हैं। शनिवार को जागरण टीम द्वारा बस अड्डे पर पड़ताल की गई तो यहां पर भी लोगों की भारी लापरवाही देखने को मिली। बसों में बैठे यात्रियों में से 90 प्रतिशत यात्री बिना मास्क के ही बैठे दिखाई दिए। यात्री तो लापरवाही कर ही रहे हैं, विभाग द्वारा उस से भी बड़ी लापरवाही की जा रही है। परिचालकों के पास मास्क तो हैं लेकिन सैनिटाइजर नहीं हैं।

जींद बस अड्डे से रोजाना 100 से ज्यादा बसें निकलती हैं, जिनमें 7 हजार से ज्यादा लोग यात्रा करते हैं। यह लोग दूसरे जिलों से लेकर दूसरे राज्यों तक के होते हैं। इस कारण कोरोना के संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। अगर यात्री के पास सैनिटाइजर से लेकर फेस मास्क हो तो संक्रमण से बचा जा सकता है लेकिन लोगों की यह लापरवाही न जाने कितनों पर भारी पड़ रही है। बसों में सभी सीटों पर यात्रियों को बैठाने की अनुमति है, इसलिए सभी सीटों पर यात्री बैठने से शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं हो पाता। ऐसे में मुंह पर मास्क और सैनिटाइजर ही एकमात्र बचाव का तरीका है लेकिन यात्री इसके प्रति गंभीर ही नजर नहीं आ रहे। --------------

रोडवेज कर्मचारियों के पास भी नहीं सैनिटाजर

बसों में सफर के दौरान मास्क का प्रयोग न करना यात्रियों की तो लापरवाही है ही, साथ ही रोडवेज कर्मियों के पास भी सैनिटाइजर और मास्क की कमी साफ देखी जा सकती है। एक परिचालक ने बताया भी कि वह अपने पैसे से ही मास्क खरीदते हैं। विभाग की तरफ से सैनिटाइजर शुरू में ही दिए गए थे, उसके बाद उन्हें सैनिटाइजर नहीं मिले। प्रदेश में रोडवेज के दो कर्मचारियों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है तो सैकड़ो कर्मचारी अपनी ड्यूटी के दौरान संक्रमित हो चुके हैं।

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बस अड्डे पर भी नहीं व्यवस्था

रोडवेज विभाग द्वारा तो दावे किए जा रहे हैं कि बस अड्डे पर इंस्पेक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है कि व्यवस्था बनाएं। थर्मल स्केनिग करें और मुंह पर मास्क लगाने वाले यात्री को ही बस में बैठने दे लेकिन यह सब दावे हवा-हवाई होते नजर आ रहे हैं। हर बस में 70 प्रतिशत यात्रियों के मुंह पर मास्क ही नहीं होता। परिचालक अगर मास्क लगाने के लिए कहते हैं तो यात्री झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। -------------

वर्जन्::::::::

उन्होंने बस अड्डे पर 20 थर्मल स्केनर की व्यवस्था की है। बस अड्डे पर व्यवस्था बनाने के आदेश दिए गए हैं। यात्रियों को मुंह पर मास्क लगाने के लिए परिचालकों द्वारा बोला जाता है लेकिन यात्रियों को खुद भी जागरूक होना होगा। अगर यात्री मुंह पर मास्क लगाएंगे तो परिचालक भी सुरक्षित रहेगा और यात्री खुद भी सुरक्षित रहेंगे।

बिजेंद्र हुड्डा, महाप्रबंधक, जींद डिपो।

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