पेपर अपलोडिग का समय 40 मिनट से बढ़ाकर एक घंटा किया

चौधरी रणबी सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन ने विद्यार्थियों को बड़ी राहत देते हुए आनलाइन पेपर अपलोडिग का समय 40 मिनट से बढ़ाकर एक घंटा कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 06:40 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 06:40 AM (IST)
पेपर अपलोडिग का समय 40 मिनट से बढ़ाकर एक घंटा किया
पेपर अपलोडिग का समय 40 मिनट से बढ़ाकर एक घंटा किया

जागरण संवाददाता, जींद: चौधरी रणबी सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन ने विद्यार्थियों को बड़ी राहत देते हुए आनलाइन पेपर अपलोडिग का समय 40 मिनट से बढ़ाकर एक घंटा कर दिया है। इस मुद्दे पर एक दिन पहले ही एबीवीपी ने रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपा था।

परीक्षा नियंत्रक डा. राजेश बंसल ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन विद्यार्थियों की समस्याओं का न्यायसंगत समाधान के लिए के लिए तत्पर है। यूएमसी को खारिज करना, न तो परीक्षा नियंत्रक के हाथ में होता है और न ही विश्वविद्यालय प्रशासन के। विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल द्वारा नियुक्त कमेटी ही यूएमसी पर फैसले लेने के लिए सक्षम है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा केवल अपलोडिग के समय बनी यूएमसी पर विचार करने का आश्वासन दिया गया है। अंतिम फैसला यूएमसी कमेटी द्वारा किया जाएगा। उप-परीक्षा नियंत्रक डा. अनुपम भाटिया ने कहा कि विद्यार्थी मोबाइल कैमरे से फोटो खींचकर अपलोड करने की कोशिश करते हैं। मोबाइल से फोटो का साइज बढ़ा होता है, जिससे अपलोडिग की समस्या आती है। उन्होंने विद्यार्थियों से अनुरोध किया कि उनके पास संसाधन पूरे नहीं हैं तो वे प्रिसिपल के माध्यम से प्रार्थना पत्र देकर आफलाइन परीक्षा दें। फोटो: 26

--गूगल मीट पर पेपर करवाने व ई-मेल से पेपर भेजने की मांग अनुचित

परीक्षा नियंत्रक डा. राजेश बंसल ने कहा कि नकल को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता। विद्यार्थियों की गूगल मीट पर पेपर करवाने तथा ई-मेल पर पेपर भेजने की मांग पूर्णयता अनुचित थी और नकल को बढ़ावा देने वाली थी, इसलिए इसे सिरे से खारिज कर दिया गया है। आनलाइन परीक्षा के दौरान नकल करने की किसी भी प्रकार ढील नहीं दी जा सकती एवं यूएमसी बनने तथा सीट अपलोड ना होने पर विद्यार्थी स्वयं जिम्मेदार होगा।

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