बारिश से धान की रोपाई के काम में आई तेजी

मानसून के सक्रिय होने से जिले में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी बारिश हुई। जुलाना में सबसे ज्यादा 17 नरवाना में 15 एमएम बारिश हुई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Jul 2019 09:10 AM (IST) Updated:Wed, 17 Jul 2019 09:10 AM (IST)
बारिश से धान की रोपाई के काम में आई तेजी
बारिश से धान की रोपाई के काम में आई तेजी

जागरण संवाददाता, जींद : मानसून के सक्रिय होने से जिले में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी बारिश हुई। जुलाना में सबसे ज्यादा 17, नरवाना में 15 एमएम बारिश हुई। वहीं जींद में चार व पिल्लूखेड़ा में दो एमएम तथा बाकी स्थानों पर बूंदाबांदी हुई। बारिश से अधिकतम तापमान पांच डिग्री गिर कर 30 डिग्री व न्यूनतम 24 डिग्री पर पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार 19 जुलाई तक अच्छी बारिश के आसार हैं। जुलाई के पहले दो सप्ताह तक बारिश नहीं होने से धान रोपाई का कार्य प्रभावित हो रहा था और करीब 50 से 60 प्रतिशत क्षेत्र में ही धान की रोपाई हो पाई थी। बारिश होने से धान रोपाई के कार्य में तेजी आ गई है। वहीं किसानों का सिचाई का खर्च भी बचेगा। बारिश नहीं होने से कपास की फसल में भी सिचाई की जरूरत हो गई थी। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. यशपाल मलिक ने बताया कि जो धान लग चुकी है, उसमें फुटाव अच्छा होगा। वहीं मौसम ठंडा होने से खेत में लगाई पनीरी जड़ जल्दी पकड़ेगी।

वहीं, जुलाना में 17 एमएम बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए। जून में बारिश नहीं होने से जुलाना क्षेत्र में धान की रोपाई का कार्य करीब 15 दिन लेट चल रहा है। सोमवार व मंगलवार को हुई बारिश से धान की रोपाई का कार्य तेज हो गया है। बरसात से जहां किसान खुश नजर आए। वहीं जुलाना कस्बे में पानी की निकासी का उचित प्रबंध नहीं होने के कारण गलियों में पानी भरा रहा। जिसके चलते आने-जाने वाले लोगों केा अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

नपा सचिव ने पार्षदों के साथ किया जुलाना में वार्डो का निरीक्षण

बरसात के पानी की निकासी को लेकर नगरपालिका सचिव प्रवीन परुथी, उप-चेयरमैन विजय, जेई रमन, पब्लिक हेल्थ के जेई संदीप राठी, पार्षद सुभाष पांचाल, रणबीर, ऋषिराम सहित नपा कर्मचारियों के साथ जुलाना के वार्ड नंबर एक, दो, छह, 10, 11 व 12 में निरीक्षण किया। इन वार्डों में सीवरेज रुके हुए मिले और पानी खड़ा हुआ। वार्ड छह, 10 व 11 में सीवरेज के ढक्कन भी नहीं थे। वार्ड छह में रेन बसेरा व विश्वकर्मा मंदिर के पास पानी भरा हुआ था। नपा सचिव को वार्ड के लोगों ने बताया कि थोड़ी सी बारिश होते ही सीवरेज रुक जाते हैं। सीवरेज के ओवरफ्लो होने से पानी घरो में भी घुस जाता है। कई वार्डों में दो सीवरेज पर ढक्कन तक नहीं है। ट्रीटमेंट प्लांट में तीन मोटरें रखी हुई है सीवरेज के पानी की निकासी के लिए विभाग केवल एक मोटर ही चला रहा है।

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