मरी हुई भेड़ दबाने को लेकर हुए विवाद में एक व्यक्ति पर हमला, सरपंच सहित 10 लोग नामजद
पुलिस पर जबरदस्ती चार दिन हिरासत में रखने के लगाए आरोप
पुलिस पर जबरदस्ती चार दिन हिरासत में रखने के लगाए आरोप जागरण संवाददाता, जींद : गांव खरकगादिया में मरी हुई भेड़ को दबाने के लिए गए एक व्यक्ति पर लाठी व डंडों से हमला कर दिया। बाद में आरोपितों ने घर में घुसकर उनके सामान को गली में फेंक दिया। पुलिस ने इस मामले में गांव के सरपंच सहित 10 लोगों को नामजद करके पांच-छह अन्य के खिलाफ हमला करने व जातिसूचक गालियां देने का मामला दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ने पुलिस पर भी आरोपितों के साथ मिलीभगत करके चार दिन तक जबरदस्ती हिरासत में रखने का आरोप लगाया है। बाद में पीड़ित ने एसपी कार्यालय में शिकायत देने पर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई हुई।
गांव खरकगादिया निवासी अक्षय ने एसपी कार्यालय में दी शिकायत में बताया कि 24 अप्रैल को उनकी एक भेड़ मर गई थी। भेड़ को गांव के श्मशान घाट में दबाने के लिए उसका पिता अजमेर चला गया। जहां पर गांव का सरपंच प्रकट सिंह सहित काफी लोगों ने इसी बात को लेकर उस पर लाठी व डंडों से हमला कर दिया। बाद में घायल अवस्था में उसका पिता घर पर पहुंच गया। थोड़ी देर के बाद आरोपित वहां पर भी पहुंच गए और उनके घर का घरेलू सामान निकालकर गली में फेंक दिया। इस दौरान आरोपितों ने उनको जातिसूचक गालियां दी। बाद में पुलिस ने आरोपितों के साथ मिलकर उसके पिता अजमेर, मामा राममेहर, पप्पू व राजपाल को ही हिरासत में ले लिया। जहां पर उसके पिता की अचानक तबीयत बिगड़ गई और पुलिस ने उसे छोड़ दिया और नागरिक अस्पताल जींद में दाखिल करवा दिया। जहां पर उसके पिता को कोरोना की पुष्टी हो गई, इसलिए चिकित्सकों ने उसे पीजीआइ रोहतक रेफर कर दिया, लेकिन वहां पर दाखिल करने के बजाय दवाई देकर घर भेज दिया। उसके पिता के छोड़ने के तुरंत बाद ही उसे भी हिरासत में ले लिया और चार दिन तक थाने में रखा। जब वह बाहर आया तो उसके पिता की गंभीर हालात बनी हुई थी, इसलिए उसने जींद के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया दिया। जहां पर पता चला कि मारपीट के चलते उसके पिता की छाती की हड्डी टूटी हुई है। एसपी ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए थे। पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी छत्रपाल ने बताया कि इस मामले में गांव खरकगादिया का सरपंच प्रकट सिंह, रिदू, रंगू, गींदा, आकाश, हैप्पी सिंह, लवप्रीत, गजन सिंह, जोदा, अजीत बाबा को नामजद करके पांच-छह अन्य के खिलाफ मारपीट व जातिसूचक गालियां देने का मामला दर्ज किया है।