कार्यकाल के अंतिम दिन पार्षदों ने नगर परिषद कार्यालय में बांटे लड्डू

नगर परिषद जींद कार्यकाल पूरा होने पर सोमवार को भंग हो गई है। मंगलवार से प्रशासक के तौर पर एसडीएम दलबीर सिंह जिम्मेदारी संभालेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 08:17 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 08:17 AM (IST)
कार्यकाल के अंतिम दिन पार्षदों ने नगर परिषद कार्यालय में बांटे लड्डू
कार्यकाल के अंतिम दिन पार्षदों ने नगर परिषद कार्यालय में बांटे लड्डू

जागरण संवाददाता, जींद : नगर परिषद जींद कार्यकाल पूरा होने पर सोमवार को भंग हो गई है। मंगलवार से प्रशासक के तौर पर एसडीएम दलबीर सिंह जिम्मेदारी संभालेंगे। कार्यकाल के अंतिम दिन प्रधान पूनम सैनी और उनके पति बीजेपी नेता जवाहर सैनी कार्यालय नहीं पहुंचे। वहीं पार्षद रणधीर राणा और राममेहर ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन नगर परिषद कार्यालय में आकर स्टाफ में और वहां आए लोगों को लड्डू बांटे। इस दौरान प्रधान कार्यालय में एकत्रित हुए पार्षदों ने पांच साल के कार्यकाल की अच्छी-बुरी यादों को ताजा किया और आगामी नगर परिषद चुनाव में लड़ने को लेकर क्या तैयारियां हैं, इस पर चर्चा की। वहीं 22 जून को प्रधान पद के लिए होने वाले ड्रा पर भी चर्चा चली। इस बार प्रधान पद का सीधा चुनाव होना है। कई पार्षद भी प्रधान पद का चुनाव लड़ने की भी तैयारी में हैं। इनमें पूर्व प्रधान विनोद आसरी, प्रवीन बैनीवाल, रणधीर राणा के नाम शामिल हैं। वहीं प्रधान पूनम सैनी भी बीजेपी की तरफ से टिकट पर चुनाव लड़ना चाहती हैं। इसके अलावा राजकुमार गोयल, प्रदीप गिल, नरेंद्र नाडा, सुनील वशिष्ठ, महाबीर कंप्यूटर, राजेंद्र गुप्ता, अतुल चौहान, राजू लखीना भी प्रधान चुनाव लड़ने वालों की दौड़ में शामिल हैं।

प्रशासक से लेनी होगी कामों की मंजूरी

नगर परिषद में विकास कार्यों को मंजूरी के लिए हाउस में रखा जाता है। हाउस में पार्षद बहुमत से उसका प्रस्ताव पारित करते हैं। अब नगर परिषद के भंग होने के बाद प्रशासक के हाथ में बागडोर होगी। जो काम हाउस में रखे जाते थे, उनकी मंजूरी प्रशासक देगा। एसडीएम दलबीर सिंह जींद नगर परिषद के प्रशासक नियुक्त किए गए हैं। एसडीएम ने बताया कि प्राथमिकता के आधार पर काम किए जाएंगे। आमजन को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।

chat bot
आपका साथी