शहर में ही नेत्रदान की सुविधा उपलब्ध कराएगी सृष्टि फाउंडेशन
मृत्यु के बाद नेत्र दान करने के इछुक लोगों को समाजसेवी संस्था सृष्टि फाउंडेशन शहर में ही नेत्र दान करने की सुविधा उपलब्ध कराएगी।
जागरण संवाददाता, जींद : मृत्यु के बाद नेत्र दान करने के इच्छुक लोगों को समाजसेवी संस्था सृष्टि फाउंडेशन शहर में ही नेत्र दान करने की सुविधा उपलब्ध कराएगी। इसके लिए नेत्र दान करने वाले को सृष्टि मुख्यालय पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। मृत्यु के पश्चात उनके परिजनों को तुरंत प्रभाव से 9350622232 नंबर पर सूचना देनी होगी। नैना प्रोजेक्ट के तहत चलने वाले नेत्र बैंक के लिए फाउंडेशन के सदस्यों ने आर्थिक सहयोग देना शुरू कर दिया है। डॉ. विवेक सिगला के परिवार ने 5.11 लाख रुपये और डॉ. बनिश गर्ग, प्रवीण अग्रवाल व सुनील गोयल ने 11-11 हजार दान दिया है।
सृष्टि के संयोजक डॉ. विवेक सिगला के अनुसार नेत्र दान छह घंटे के भीतर जरूरी करवाना होता है। क्योंकि 6 घंटे के बाद मृतक की आंखें सूखने लगती हैं और किसी काम की नहीं रहती। फाउंडेशन के प्रवक्ता बलविदर सिंह के अनुसार जींद में अभी तक कोई नेत्र बैंक नहीं था। नेत्र दान करने के इच्छुक लोगों के पास इस नेक काम के लिए कोई जरिया भी नहीं था हालांकि नागरिक अस्पताल में कुछ समय के लिए यह सुविधा उपलब्ध हुई थी। लेकिन अपरिहार्य कारणों से यह सुविधा सिरे नहीं चढ़ पाई। पूरे जिले में इस समय 584 नेत्रहीन व्यक्ति हैं, जोकि रंग-बिरंगी दुनिया देखने से वंचित हैं। बलविदर सिंह ने बताया कि सृष्टि फाउंडेशन लगातार पिछले चार साल से शहर में नेत्र बैंक शुरू करने के लिए प्रयासरत थी। फाउंडेशन के अध्यक्ष अनिल सिघल ने बताया कि नेत्र दान करने के बाद मृत व्यक्ति का चेहरा खराब नहीं होता और न ही किसी तरह का रक्तस्त्राव होता है। शहर के लोगों को जागरूक करने के लिए संस्था सघन जागरूकता अभियान चलाने जा रही है। प्रत्येक नेत्र दानी महानुभाव की रस्म क्रिया व चौथे पर उनके घर जा कर उनके परिवार को सृष्टि फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया जाएगा।