उचाना नागरिक अस्पताल में नहीं ऑक्सीजन सिलेंडर

नागरिक अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए कोई ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध नहीं है। बीते रविवार को यहां से 20 ऑक्सीजन सिलेंडर जींद नागरिक अस्पताल से रीफिल के लिए भेजे थे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 07:20 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 07:20 AM (IST)
उचाना नागरिक अस्पताल में नहीं ऑक्सीजन सिलेंडर
उचाना नागरिक अस्पताल में नहीं ऑक्सीजन सिलेंडर

संवाद सूत्र, उचाना : नागरिक अस्पताल में इन दिनों कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए कोई ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध नहीं है। बीते रविवार को यहां से 20 ऑक्सीजन सिलेंडर जींद नागरिक अस्पताल से रीफिल के लिए भेजे थे। वहां से ये ऑक्सीजन सिलेंडर वापस नहीं आए हैं। जिन मरीजों को सांस लेने में दिक्कत है, उनकी समस्या बढ़ गई है। लोगों का कहना है कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के हलके के नागरिक अस्पताल में ये हालात हैं, तो दूसरे अस्पतालों में क्या होगा।

नागरिक अस्पताल में प्रतिदिन पांच से सात मरीज ऐसे आ रहे हैं। जिनका ऑक्सीजन लेवल 80 के आस-पास होता है। ऐसे मरीजों को तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत होती है। लेकिन नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन की किल्लत के चलते उन्हें जींद रेफर करना पड़ रहा है। चंद्रपाल शर्मा ने बताया कि उसका छोटा बेटा कोरोना पॉजिटिव है। खांसी होने के साथ-साथ उसको सांस लेने में परेशानी है। उचाना नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर के बारे में पूछा, तो यहां पर ऑक्सीन सिलेंडर ही नहीं मिले। जींद में कई प्राइवेट अस्पताल में गया, वहां भी ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिले, तो नागरिक अस्पताल में भी सांस लेने में हो रही परेशानी पर इंजेक्शन लगाया गया, वहां भी ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं हुई।

सुरेंद्र, बलवान, नरेंद्र, दीपक ने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को जींद, सोनीपत जिले का कोविड-19 की स्वास्थ्य प्रबंधों का जायजा लेने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उचाना हलके के नागरिक अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर तक नहीं है, तो कैसे किसी सांस लेने में परेशानी वाली मरीज का उपचार होगा। जो सिलेंडर यहां से गए है, कम से कम वो तो रीफिल होकर यहां आने चाहिए।

जींद भेजे है रीफिल के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर

नागरिक अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर डा. सुशील गर्ग ने बताया कि जींद नागरिक अस्पताल में 20 ऑक्सीजन सिलेंडर, जिनमें 18 छोटे, दो बड़े हैं, रीफिल के लिए भेजा गया है। अब तक कोई ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिल होकर नहीं आया है। यहां पर ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीज को जींद रेफर किया जाता है।

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