नरवाना में गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव पर निकाला नगर कीर्तन

गुरुनानक देव ने विश्व में भ्रमण करते हुए लोगों को प्रेम एकता समानता भाईचारे और आध्यात्मिक ज्योति का संदेश दिया। गुरु का अर्थ है अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले वाला।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 08:26 AM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 08:26 AM (IST)
नरवाना में गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव पर निकाला नगर कीर्तन
नरवाना में गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव पर निकाला नगर कीर्तन

संवाद सूत्र, नरवाना : गुरुनानक देव ने विश्व में भ्रमण करते हुए लोगों को प्रेम, एकता, समानता, भाईचारे और आध्यात्मिक ज्योति का संदेश दिया। गुरु का अर्थ है अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले वाला। गुरुओं की श्रेणी में गुरुनानक देव जी उच्च स्थान रखते हैं। उन्होंने गुरु होने का दायित्व निभाते हुए अनगिनत कार्य किए तथा मनुष्य को इस जीवन में जीने का सही अर्थ बताया। यह कथन ढाणी स्थित सिंह सभा गुरुद्वारा में गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्व पर विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा के बड़े भाई सतीश सुरजाखेड़ा ने कहे। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा में आने से आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति होती है और शरीर में सकरात्मक ऊर्जा का संचार होता है। सिंह सभा गुरुद्वारा में शब्द कीर्तन किया गया। साथ ही अखंड पाठ और लंगर का भी आयोजन किया गया। सिंह सभा गुरुद्वारा के प्रधान कृष्ण सिंह घुम्मन ने कहा कि नगर कीर्तन में धमतान गुरुद्वारा से आई श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी को फूलों से सजाया गया। पालकी की अगुवाई पंज प्यारों ने की। वहीं सतनाम वाहेगुरु एवं गुरुवाणी से वातावरण भक्तिमय हो गया। नगर कीर्तन सिंह सभा गुरुद्वारा से शुरू होकर रेलवे रोड से सुभाष चौक, भगत सिंह चौक से होते हुए पंजाबी चौक स्थित गुरुद्वारा में समाप्त हुआ। इस अवसर पर प्रधान कृष्ण सिंह घुम्मन, सरदार गुरदीप सिंह, छोटा सिंह तलवार, सुखदेव सिंह ढींढसा, दलजीत, गुरविद्र, अमरजीत मधोक, देशराज माटा, मनु छाबड़ा, विकेश तागरा आदि मौजूद थे।

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