नैक पीयर टीम ने केएम कालेज के विभागों की कार्यप्रणाली को परखा

नरवाना के केएम राजकीय कालेज में नैक पीयर टीम द्वारा दो दिवसीय दौरा संपन्न हो गया। नैक पीयर टीम का नेतृत्व पीपी सवानी विश्वविद्यालय सूरत गुजरात के पूर्व वाइस चांसलर डा. पराग संघाणी ने किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 08:55 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 08:55 AM (IST)
नैक पीयर टीम ने केएम कालेज के विभागों की कार्यप्रणाली को परखा
नैक पीयर टीम ने केएम कालेज के विभागों की कार्यप्रणाली को परखा

संवाद सूत्र, नरवाना : केएम राजकीय कालेज में नैक पीयर टीम द्वारा दो दिवसीय दौरा संपन्न हो गया। नैक पीयर टीम का नेतृत्व पीपी सवानी विश्वविद्यालय सूरत गुजरात के पूर्व वाइस चांसलर डा. पराग संघाणी ने किया। टीम सदस्य के रूप में पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के कंप्यूटर साइंस विभाग के पूर्व डायरेक्टर डा. विशाल गोयल तथा शैलेंद्र कालेज मुंबई महाराष्ट्र के प्राचार्या डा. स्वाति पिताले रही।

प्राचार्य कृष्ण कुमार ने बताया कि दो दिवसीय दौरे में टीम ने प्रत्येक विभाग की कार्यप्रणाली को बारीकी से परखा। नैक प्रभारी लाल सिंह ने बताया कि जांच के बाद नैक पीयर टीम महाविद्यालय की गतिविधियों व शैक्षणिक स्वरूप से काफी संतुष्ट दिखाई दी। पहले दिन सांस्कृतिक विभाग की ओर से आयोजित सांस्कृतिक संध्या में कालेज विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखकर टीम गदगद हो गई। दूसरे दिन टीम द्वारा रिपोर्ट तैयार की गई। सभी स्टाफ सदस्यों के साथ मीटिग की गई व कुछ सुझाव प्रस्तुत किए गए। ग्रेडिग के लिए अंतिम रिपोर्ट आनलाइन मुख्यालय बेंगलुरु को भेज दी गई है। कार्यक्रम के अंत में आइक्यूएसी इंचार्ज डा. रामभगत ने नैक पीयर टीम व महाविद्यालय के सभी स्टाफ सदस्यों का आभार जताया।

इस अवसर पर प्रो. अविनाश पाठक, डा. मीनू सिंह, नरेश पाराशर, कैप्टन सुरेंद्र, सज्जन कुमार आदि प्राध्यापक उपस्थित रहे।

वहीं, दूसरी ओर चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले डिग्री कालेजों में मंगलवार को अंडर ग्रेजुएट की छह सेमेस्टर की परीक्षा हुई। आनलाइन परीक्षा में 1826 विद्यार्थियों में से 60 की यूएमसी यानि अनफेयर मीन्स केस बने। वहीं 26 विद्यार्थी परीक्षा के बाद अपनी उत्तर पुस्तिका को पोर्टल पर अपलोड नहीं कर पाए। छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय की साइट में बार-बार दिक्कत आ रही थी। जिस कारण विद्यार्थी उत्तर पुस्तिका अपलोड नहीं कर पाए। वहीं इस मामले में रजिस्ट्रार डा. राजेश बंसल ने कहा कि विश्वविद्यालय की तरफ से कोई दिक्कत नहीं थी। साइट सही तरीके से चल रही थी। नेटवर्किंग या हार्डवेयर संबंधी किसी विद्यार्थी के स्तर पर कोई दिक्कत हो सकती है। विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पेपर के बाद उत्तर पुस्तिका के सभी पेज की पीडीएफ फाइल बनाकर पोर्टल पर अपलोड करने का भी इस बार विकल्प दिया है।

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