वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने की कवायद, अब दो दिन पहले भेजे जाएंगे मैसेज

जिले में वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नया प्लान तैयार किया है। अब हेल्थ वर्करों के पास वैक्सीनेशन लगवाने के लिए दो दिन पहले ही मैसेज भेजा जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 07:00 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 07:00 AM (IST)
वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने की कवायद, अब दो दिन पहले भेजे जाएंगे मैसेज
वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने की कवायद, अब दो दिन पहले भेजे जाएंगे मैसेज

जागरण संवाददाता, जींद : जिले में वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नया प्लान तैयार किया है। अब हेल्थ वर्करों के पास वैक्सीनेशन लगवाने के लिए दो दिन पहले ही मैसेज भेजा जाएगा। एक दिन पहले मैसेज भेजने के चलते व्यवस्था नहीं बन पा रही थी। अक्सर देखने को मिल रहा था कि हेल्थ वर्कर के पास देर शाम को को-विन एप के माध्यम से मैसेज पहुंच रहे थे, जबकि उसके अगले ही दिन हेल्थ वर्कर का शेड्यूल किसी दूसरी जगह का होता था। इसके चलते हेल्थ वर्कर वैक्सीन लेने के लिए बूथों पर नहीं पहुंच पा रहे थे। दो दिन पहले मैसेज मिलने के बाद हेल्थ वर्कर अपने शेड्यूल को बदलकर वैक्सीन लेने के लिए नजदीकी बूथ पर पहुंच पाएगा और वैक्सीन लगवाने वाले हेल्थ वर्करों की संख्या बढ़ेगी। विभाग की तरफ से अब तक 800 हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगवाने के लिए मैसेज भेजे जा चुके हैं, लेकिन इसमें से 449 हेल्थ वर्कर ही वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे हैं। अधिकारियों द्वारा कम वैक्सीनेशन करने के कारणों की जब समीक्षा की गई तो उसमें मैसेज देरी से पहुंचना व हेल्थ वर्कर का व्यस्त शेड्यूल सामने आए। इसी को देखते हुए विभाग ने प्लान में बदलाव किया है।

ग्रामीण क्षेत्रों में फोकस, आठ बूथ बनाए

हेल्थ वर्करों की सुविधा के लिए विभाग द्वारा नजदीकी एरिया बूथ बनाए हैं। शुक्रवार को चलने वाले वैक्सीनेशन अभियान के लिए विभाग ने को-विन एप के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में आठ बूथ बनाए हैं। को-विन एप पर विभाग द्वारा पंजीकृत किए गए अधिकतर हेल्थ वर्कर ग्रामीण क्षेत्रों से संबंध रखते हैं, इसलिए उनकी सुविधा के लिए नजदीक ही बूथ बनाया गया है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. नवनीत ने बताया कि शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उझाना, कंडेला, खरकरामजी, कालवा, जुलाना, अलेवा, मुआना में वैक्सीनेशन अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए 800 हेल्थ वर्करों के पास मैसेज भेजे गए हैं और प्रत्येक बूथ पर 100-100 हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

मैसेज पहुंचने में भी आ रही दिक्कत

कोरोना वैक्सीनेशन के लिए को-विन एप पर हेल्थ वर्करों का पंजीकरण एजेंसी के माध्यम से करवाया गया था। विभाग की अधिकारियों के अनुसार को-विन एप पर दर्ज हुए डाटा भी सही तरीके से दर्ज नहीं है। डाटा में कई हेल्थ वर्करों के नाम गलत दर्ज किए हुए हैं और उनके पास मैसेज नहीं पहुंच रहे है। विभाग अगर किसी बूथ के लिए 100 मैसेज भेजते हैं तो उसमें सभी के पास सूचना नहीं पहुंचती। कई हेल्थ वर्करों के पास डबल मैसेज पहुंच जाता है। वीरवार को स्वास्थ्य विभाग दोबारा से डाटा का मिलान करेगा, ताकि सभी हेल्थ वर्करों के पास वैक्सीन के लिए मैसेज पहुंच सके।

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