शामलो कलां के खरीद केंद्र को मार्केट कमेटी ने दिखाया खाली, अब भी गेहूं बाकी, किसानों में रोष

सरकार द्वारा खरीद बंद कर दी गई है लेकिन अब भी हजारों क्विंटल गेहूं शामलो कलां खरीद केंद्र में पड़ा है लेकिन मार्केट कमेटी के कर्मचारियों ने मंडी को खाली दिखा दिया। जिस पर खरीद केंद्र पर अब खरीद नहीं होगी। शामलो कलां खरीद केंद्र के अंतर्गत आने वाले किसानों का हजारों क्विंटल गेहूं घरों में पड़ा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:09 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 07:09 AM (IST)
शामलो कलां के खरीद केंद्र को मार्केट कमेटी ने दिखाया खाली, अब भी गेहूं बाकी, किसानों में रोष
शामलो कलां के खरीद केंद्र को मार्केट कमेटी ने दिखाया खाली, अब भी गेहूं बाकी, किसानों में रोष

संवाद सूत्र, जुलाना : सरकार द्वारा खरीद बंद कर दी गई है, लेकिन अब भी हजारों क्विंटल गेहूं शामलो कलां खरीद केंद्र में पड़ा है, लेकिन मार्केट कमेटी के कर्मचारियों ने मंडी को खाली दिखा दिया। जिस पर खरीद केंद्र पर अब खरीद नहीं होगी। शामलो कलां खरीद केंद्र के अंतर्गत आने वाले किसानों का हजारों क्विंटल गेहूं घरों में पड़ा है। किसान खरीद न होने पर गेहूं को अपने घरों में वापस लेकर जा चुके हैं। खरीद न होने पर किसानों में रोष बना हुआ है। मंडी में 20 अप्रैल को मंडी में बारदाना खत्म हो गया। बारदाना खत्म होने से खरीद नहीं हुई। एक सप्ताह बाद आया बारदाना तो लॉकडाउन लग गया। लॉकडाउन के बाद भी उन्ही किसानों की फसल खरीदी गई जिनके गेट पास लॉकडाउन से पहले कटे थे। शामलो कलां खरीद केंद्र पर छह हजार बैग खरीद का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन खरीद एजेंसियों ने खरीद बंद कर दी है और मार्केट कमेटी ने भी केंद्र को 12 मई को खाली दिखा दिया। शनिवार को किसान जब फसल लेकर जुलाना की अनाज मंडी में पहुंचे तो वहां पर गेट बंद होने पर उन्हें बैरंग ही लौटना पड़ा। शामलो कलां गांव के किसान विक्रम मलिक ने बताया कि दो मई को देर सायं गेहूं खरीद केंद्र पर लेकर आया था। इसके बाद लॉकडाउन लग गया। सरकार ने गेहूं की खरीद नहीं की। जब 12 मई को खरीद की गई तो उन्हीं के गेहूं खरीदे जिनके लॉकडाउन से पहले गेट पास कटे हुए थे। 12 दिन से वह लगातार मंडी में गेहूं लेकर आ रहा है लेकिन उसका गेहूं खरीदा नहीं गया है। इसके चलते उसे हर रोज गेहूं की रखवाली करनी पड़ रही है।

सरकार को करनी चाहिए गेहूं की खरीद

किसान नेता नरेश ढांडा ने कहा कि किसान गेहूं को लेकर दर बदर भटक रहा हैं, लेकिन उसकी फसल को खरीदा नहीं जा रहा है। किसानों को काफी परेशानियों से होकर गुजरना पड़ रहा है। अगर सरकार किसानों की फसल को नहीं खरीदती है तो बुधवार को सभी किसान गेहूं को ट्रालियों में भरकर डीसी कार्यालय में उतारेंगे। किसानों की मांग है कि जल्द से जल्द उनकी फसल को खरीदा जाए। कोट

किसानों का जो माल खरीद एजेंसी द्वारा रिजेक्ट किया हुआ पड़ा है। किसी भी किसान का कोई भी माल बाकी नहीं है। सुपरवाइजर द्वारा निरीक्षण करवाया गया है। उस गेहूं को साफ करके दोबारा करके खरीद होगी।

अनिल, उप सचिव मार्केट कमेटी जुलाना।

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