मां वैष्णो को जीवन में अनुभव करें : पवन शर्मा
जींद ममता व आनंद का भंडार है जग जननी मां वैष्णो। उनसे कुछ भी मांगने की जरूरत नहीं है। जरूरत है तो उनके समीप बैठने की अपने आपको उनके समीप उनके अंदर अथवा उन्हें अपने अंदर अनुभव करने की। जीवन आनंदमय हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, जींद : ममता व आनंद का भंडार है जग जननी मां वैष्णो। उनसे कुछ भी मांगने की जरूरत नहीं है। जरूरत है तो उनके समीप बैठने की, अपने आपको उनके समीप, उनके अंदर अथवा उन्हें अपने अंदर अनुभव करने की। जीवन आनंदमय हो जाएगा। आचार्य पवन शर्मा ने यह बात माता वैष्णवी धाम में आयोजित नवार्ण महायज्ञ के दूसरे दिन बुधवार की रात हवन यज्ञ के बाद उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही।
समाजसेवी एससी जैन, सोमबीर पहलवान, डा. आरएस सिधवानी, डा. विनोद अग्रवाल, अशोक आहुजा, सतीष जैन ने सपरिवार मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना कर हवन में आहुति दी। आचार्य ने कहा कि माता के जागरण, चौकी अथवा संकीर्तनों में हम मां की महिमा का गुणगान करते हैं, तो क्या यह उन्हें प्रसन्न करने के लिए हैं। कदापि नहीं। क्योंकि मां तो सदैव प्रसन्न हैं। उनमें अप्रसन्नता की कल्पना करना भी अज्ञानसूचक है। हमें मां के दिव्य गुणों का बार-बार स्मरण करके स्वयं अपने भीतर उनका आह्वान करना है, स्थापना करना है। जिससे हम अपने अंदर पवित्रता आनंद व उनके दिव्य तेज का अनुभव कर सकें। इस अवसर पर विकास ग्रोवर, अशोक गुलाटी, सुभाष अरोड़ा, विरेंद्र मेंहदीरत्ता, स्पर्श सिगला, नरेंद्र शर्मा, पूर्ण गिरधर व प्रवेश कुमार उपस्थित थे।
अन्न वितरण समारोह 25 को
जागरण संवाददाता, जींद : कोरोना संकट के समय असमर्थ महिला कल्याण समिति के सदस्यों ने जरूरतमंद महिलाओं की सहायता करने का फैसला किया है। समिति पिछले 20 वर्षो से जरूरतमंद विधवा महिलाओं की सहायता कर रही है। समिति के संयोजक रामनिवास शर्मा और अध्यक्ष डा. धर्मदेव विद्यार्थी ने समिति की टीम को सक्रिय करते हुए पिछले एक वर्ष में लगभग 500 महिलाओं को अनाज तथा जरूरत का सामान दिया। 25 अप्रैल को एक बार फिर जरूरतमंद महिलाओं को अन्न वितरण किया जाएगा। समारोह में भनभौरी से ढाठरथ तक 32 गांव की 102 महिलाओं को 255 मन गेहूं बांटा जाएगा।